भारतीय नौसेना ने बुधवार को मुंबई से करीब 370 किमी दूर समुद्र में तैनात बल्क कैरियर झोंग शान मेन से घायल चीनी नाविक को रेस्क्यू किया। मुंबई के मैरिटाइम रेस्क्यू कॉर्डिनेशन सेंटर (MRCC) के पास 23 जुलाई की शाम को मदद के लिए एक फोन आया, जिसमें जहाज पर मौजूद 51 साल के एक नाविक को हुई क्रिटिकल इंजरी रिपोर्ट की गई।
नाविक का बहुत खून बह गया था और उसे मेडिकल ग्राउंड पर तत्काल जहाज से निकाले जाने की जरूरी थी। इस कॉल के रिस्पॉन्स में भारतीय नौसेना के एयर स्टेशन INS शकीरा से एक हेलिकॉप्टर लॉन्च किया गया। यह ऑपरेशन MRCC मुंबई और भारतीय नौसेना ने मिलकर चलाया।
खराब मौसम में तेज हवाओं के बीच चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन
यह ऑपरेशन खराब मौसम में चलाया गया। ऑपरेशन के दौरान हवा करीब 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, जिसके चलते जहाज समुद्र में हिचकोले खा रहा था। इसके अलावा जहाज पर डेक की कमी के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतें आईं। इन सबके बावजूद घायल नाविक को जहाज से सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया गया।
पहले नाविक को एयर स्टेशन लाया गया और मेडिकल असिस्टेंस के लिए अस्पताल शिफ्ट किया गया। इसके अलावा भारतीय कोस्ट गार्ड शिप सम्राट जो कि उस जहाज के पास ही था, उसे भी जहाज की तरफ डायवर्ट किया गया।
गोवा तट के पास कार्गो शिप में लगी आग बुझाने का काम अब तक जारी
वहीं गोवा तट के पास कार्गो शिप (एमवी मेर्स्क फ्रैंकफर्ट) में 19 जुलाई को लगी आग बुझाने का काम अभी जारी है। आग बुझाने के लिए इंडियन नेवी लगातार छह दिन से ऑपरेशन चला रही है। इंडियन कोस्ट गार्ड अधिकारी के अनुसार जहाज पर 22 क्रू मेंबर्स थे, जिनमें से एक की मौत हो गई है।
लेकिन चालक दल की सुरक्षा और छिटपुट आग को पूरी तरह से बुझाने के लिए नेवी लगातार छठे दिन भी बचाव अभियान जारी रखी है। फिलहाल किसी की जिंदगी खतरे में नहीं है। कोस्ट गार्ड ने एएलएच हेलीकॉप्टर की मदद से आग पर काबू पाने के लिए 200kg सूखा केमिकल पाउडर सीधे आग की जगह पर गिराया है।