इंदौर । देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट इस वर्ष लगातार दो तिमाही में 12वें पायदान पर रहने के बाद तीसरी तिमाही में टाप पांच एयरपोर्ट में शामिल हो गया। यात्री सुविधाओं में सुधार करते हुए इंदौर एयरपोर्ट चौथे नंबर पर पहुंच गया।
सर्वे के बाद आई रिपोर्ट के अनुसार गोवा देश का नंबर वन एयरपोर्ट बन गया है, जबकि चेन्नई दूसरा और कोलकाता तीसरे स्थान पर रहा। दूसरी तिमाही में गोवा पहले और चेन्नई दूसरे स्थान पर रहा था।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 2024 की तीसरी तिमाही जुलाई से सितंबर की रैंकिंग रिपोर्ट जारी की है। रैंकिंग सूची में इंदौर एयरपोर्ट 4.91 अंक हासिल कर चौथे पायदान पर रहा। चेन्नई 4.93 अंक हासिल कर पहले पायदान और गोवा 4.92 अंक हासिल कर दूसरे पायदान पर रहा।
31 बिंदुओं के सर्वे में इंदौर एयरपोर्ट 29 बिंदुओं पर अंकों में सुधार किया है। सिर्फ दो बिंदुओं में दूसरी तिमाही से उसके अंक कम रहे। चेक इन क्षेत्र ढूंढने में आसानी में 4.93 अंक मिले हैं, जो दूसरी तिमाही में मिले 4.94 से 0.01 कम रहे। वहीं स्क्रीनिंग से गुजरने में आसानी में भी 0.01 अंक कम हुए हैं।
एयरपोर्ट पर सालाना यात्रियों की संख्या 18 लाख से अधिक होने पर एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) द्वारा एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) सर्वे किया जाता है। इसे इंटरनेशनल रैंकिंग सर्वे भी कहा जाता है। एशिया पैसिफिक के 18 देशों के कुल 98 एयरपोर्ट पर यह सर्वे होता है। इसके अंतर्गत भारत में प्रमुख 15 एयरपोर्ट आते हैं। भारत के शेष घरेलू एयरपोर्ट पर कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्वे होता है।
इंदौर से नागपुर जाने वाली सुबह 8.20 की उड़ान तकनीकी खराबी के कारण पांच घंटा देरी से नागपुर के लिए रवाना हो सकी। उड़ान भरने से पहले विमान में पायलट को तकनीकी खराबी की जानकारी मिलने के बाद उड़ान को रोक दिया गया। विमान में बैठ चुके यात्रियों को उतारकर टर्मिनल में भेजा गया।
पांच घंटे देरी से दोपहर 1.20 विमान नागपुर के लिए उड़ान भर सका। देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से नागपुर जाने वाली उड़ान को टेकआफ से पहले रोकना पड़ा। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार इंडिगो कंपनी की 6ई 7744 उड़ान जयपुर से इंदौर आकर 8.20 बजे नागपुर जाती है।
विमान में यात्रियों को बैठाने के बाद उड़ान भरने से पहले पायलट को इंजन में खराबी की जानकारी का पता चली। तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल को इसकी जानकारी दी गई। इंजीनियरों को सुधार में अधिक समय लगता देखकर यात्रियों को टर्मिनल में पहुंचाया गया। कनेक्टिंग उड़ान पकड़ने वाले यात्री दूसरी उड़ान से रवाना हो गए। शेष यात्री विमान में सुधार के बाद नागपुर के लिए रवाना हुए।