भारतीय नेवी के वॉरशिप INS ब्रह्मपुत्र में आग लगने की घटना हुई है। न्यूज एजेंसी ANI ने नेवी के हवाले से बताया है कि मल्टी रोल फ्रिगेट ब्रह्मपुत्र में 21 जुलाई की शाम मेंटेनेंस के दौरान आग लगी थी। डॉकयार्ड में तैनात फायर फाइटर्स की मदद से शिप के क्रू ने 22 जुलाई की सुबह तक आग पर काबू पाया।
आग काफी भीषण थी, जिसकी वजह से डॉकयार्ड की तरफ वाला शिप का हिस्सा बुरी तरह डैमेज हो गया है और शिप एक तरफ झुक गया है। हादसे में एक सेलर लापता हो गया है, जिसकी तलाश जारी है। नेवी ने घटना की इन्क्वायरी का आदेश दिया है। फिलहाल यह चेक किया जा रहा है कि आग लगने का कोई और रिस्क तो नहीं है।
19 जुलाई को गोवा तट के पास कार्गो शिप में आग लगी थी
इससे पहले 19 जुलाई को गोवा के तट के पास एक कार्गो शिप में आग लगी थी, जिस पर 21 जुलाई को काबू पाया गया। एमवी मेर्स्क फ्रैंकफर्ट नाम का यह शिप 1,154 कंटेनर्स लेकर गुजरात के मुंद्रा से श्रीलंका के कोलंबो जा रहा था। इसमें बेंजीन और सोडियम सायनेट जैसे कैमिकल थे।
इंडियन कोस्ट गार्ड अधिकारी ने बताया कि जहाज पर 22 क्रू मेंबर्स थे, जिनमें से एक की मौत हो गई है। इनमें फिलीपींस के 17, यूक्रेन के 2, रूस और मोटेन्ग्रो के एक-एक लोग शामिल थे। मरने वाले क्रू मेंबर के बारे में सटीक जानकारी नहीं मिली है।
कार्गो शिप की आग बुझाने में लगे चार जहाज और हेलिकॉप्टर
रिपोर्ट्स के मुताबिक शिप पर शॉट सर्किट की वजह से लगी आग की वजह से विस्फोट हुआ था। आग तेजी से डेक पर फैली गई। जिससे कंटेनरों में विस्फोट हो गया।
घटना के बाद इंडियन कोस्ट गार्ड के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल मनोज भाटिया ने रविवार को बताया कि हेलिकॉप्टर्स की मदद से ड्राई केमिकल पाउडर शिप पर डाला गया, जिसकी वजह से आग पर काबू पाने में मदद मिली। शिप के जिस हिस्से में खतरनाक कार्गो रखा था, वहां आग नहीं लगी थी। चार जहाजों और हेलिकॉप्टर्स ने आग बुझाने में मदद की।