नई दिल्ली । देश के शेयर बाजार में सबसे बड़ी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) के मेगा आईपीओ को लेकर निवेशकों काफी उत्साहित है और इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस आईपीओ के मौजूदा वित्त वर्ष के अंत से पहले मार्च में लॉन्च होने की उम्मीद है। इस बीच, कंपनी ने देश के मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी के पास आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं।
इस आईपीओ के जरिए सरकार एलआईसी की 5 फीसदी हिस्सेदारी की पेशकश कर रही है। डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट यानी दीपम के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने ट्वीट किया, ‘एलआईसी के आईपीओ के लिए डीआरएचपी आज सेबी के पास दाखिल कर दी गई है। इसके तहत 31.6 करोड़ शेयरों की पेशकश की जाएगी, जो 5 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है।’ ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस यानी डीआरएचपी के मुताबिक, इंटरनेशनल फर्म मिलिमन एडवाइजर्स ने 30 सितंबर 2021 तक एलआईसी का एम्बेडेड मूल्य लगभग 5.4 लाख करोड़ रुपये आंका है।
सूत्रों के मुताबिक, डीआरएचपी के अनुसार यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल यानी ओएफएस पर बेस्ड होगा। इस आईपीओ के तहत कंपनी सरकार की 5फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। सरकार इस आईपीओ के जरिए निवेशकों को कुल 632 करोड़ इक्विटी शेयरों में से 31.6 करोड़ इक्विटी शेयर बेचेगी।मार्केट एक्सपर्ट कहते हैं कि एलआईसी का आईपीओ भारत के लिए सऊदी अरामको का आईपीओ साबित हो सकता है। सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनियों में से एक है। इसकी 2940 करोड़ डॉलर (2.19 लाख करोड़ रुपये) की लिस्टिंग दुनिया में सबसे बड़ी लिस्टिंग है।
आप एलआईसी के पॉलिसीहोल्डर्स हैं और आईपीओ में शेयर खरीदना चाहते हैं, तो अपने पैन कार्ड को पॉलिसी से जोड़ना होगा। कंपनी ने अपने पॉलिसी होल्डर्स से ऐसा करने के लिए कहा है। बिना इसके आईपीओ में आवेदन करना नामुमकिन होगा। एलआईसी ने कहा है कि आईपीओ में हिस्सा लेने के लिए पॉलिसीहोल्डर्स को देखना होगा कि एलआईसी के रिकॉर्ड में उनके पैन कार्ड का विवरण दर्ज है या नहीं।