नई दिल्ली । सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की स्टार्टअप फारआई को अगले छह से 12 माह के भीतर यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक का मूल्यांकन) का दर्जा हासिल करने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा है कि उसके राजस्व में जिस तरह से बढ़ोतरी हो रही है उससे वह जल्द यूनिकॉर्न की श्रेणी में आ जाएगी। विशेषरूप से उसका अमेरिकी कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। फारआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और सह-संस्थापक कुशल नाहटा ने बताया कि कंपनी ने अमेरिका और यूरोप में अपनी टीम का आकार दोगुना कर लिया है।
इसके अलावा वृद्धि को समर्थन के लिए पिछली दो तिमाहियों में अपनी इंजीनियरिंग टीम में 25 सदस्यों की वृद्धि की है। ई-कॉमर्स केंद्रित सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (सास) कंपनी ने श्रृंखला-ई वित्तपोषण दौर में टीसीवी और ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप की अगुवाई में विभिन्न निवेशकों से 10 करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
मौजूदा निवेशकों एट रोड्स वेंचर्स, फंडामेंटम और हनीवेल ने भी इस दौर में भाग लिया। नाहटा ने कहा कि वित्तपोषण के अगले दौर में हम इसके नजदीक होंगे। मुझे लगता है कि अगले 6-12 महीनों में हम यूनिकॉर्न होंगे। यह सिर्फ एक दर्जा है, जो आपको मिलता है। इससे कारोबार के मोर्चे पर कुछ भी नहीं बदलता है। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ डॉलर का वित्तपोषण कंपनी के यूनिकॉर्न बनने या उसको पार करने के लिए पर्याप्त होगा।