नई दिल्ली : केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नई दिल्ली के यशोभूमि कनवेंशन सेंटर में 8 से 11 अक्टूबर, 2025 तक होने जा रहे इंडिया मोबाइल कांग्रेस, 2025 के नौवें संस्करण के लिए थीम के तौर पर ‘Innovate to Transform’ का अनावरण किया। इस वर्ष का संस्करण गठबंधन को बढ़ावा देकर, अत्याधुनिक उन्नयन प्रदर्शित कर और तेजी से उभर रहे डिजिटल परिदृश्य की चुनौतियों से निपट कर और अवसरों का दोहन कर पूर्व की विरासत को और समृद्ध करने का वादा करता है। इस वर्ष की थीम भविष्य को आकार देने में नवप्रवर्तन की अहम भूमिका को रेखांकित करता है और उद्योग और आधारभूत ढांचे से लेकर समाज तक में आ रह परिवर्तन और टिकाऊपन को समर्थ बनाता है। यह निरंतर रचनात्मकता और आगे की सोच की जरूरत को रेखांकित करता है जिससे दूरसंचार, डिजिटल ढांचे और इससे परे उभरती चुनौतियों से निपटा जा सके और नए अवसरों का दोहन किया जा सके। आईएमसी 2025 उद्योगपतियों, स्टार्टअप्स और टेक्नोलॉजी को लेकर उत्साहित लोगों को साथ आकर ऐसे समाधान निकालने का आह्वान करता है जो समावेशी वृद्धि के अगले युग और डिजिटल उन्नयन में भारत के बढ़ते नेतृत्व को ताकत प्रदान करे।
दूरसंचार विभाग (डॉट) और सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) द्वारा आयोजित आईएमसी 2025 में 150 से अधिक देशों से 1.5 लाख से अधिक लोगों के शिरकत करने की संभावना है जहां 400 से अधिक प्रदर्शक और साझीदार और 7,000 से अधिक वैश्विक प्रतिनिधि शामिल होंगे। वर्ष 2023 में प्रारंभ अग्रणी स्टार्टअप प्रोग्राम एस्पायर के अंतर्गत 500 से अधिक स्टार्टअप्स आएंगे और यह आयोजन उन्हें मार्गदर्शन, लाइव पिचिंग सत्रों और नेटवर्किंग के लिए 300 से अधिक निवेशकों, इनक्यूबेटर्स एक्सिलेटर्स और वीसी से जोड़ेगा। एशिया के सबसे बड़े डिजिटल टेक्नोलॉजी फोरम में 800 से अधिक वक्ता 100 से अधिक सम्मेलन सत्रों में हिस्सा लेंगे।
केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “भारत आज दूरसंचार क्षेत्र में क्रांति का नेतृत्व कर रहा है और हमने भविष्य का कभी इंतजार नहीं किया, बल्कि हमेशा इसे आकार दिया है। ‘Innovate to Transform’ थीम इस अवधारणा को रेखांकित करती है कि परिवर्तन की इस यात्रा में भारत का दिशा सूचक यंत्र दिशा प्रदान करता रहा है। आज हम उन शीर्ष छह देशों में शामिल हैं जो 6जी पेटेंट के लिए आवेदन कर रहे हैं। हमने पूरे विश्व में सबसे जबरदस्त दूरसंचार नेटवर्क और प्रणालियों का निर्माण किया है जोकि अत्याधुनिक, ग्राहक उन्मुखी और सेवा उन्मुखी हैं। जब हम इस तरह के अवसरों के बारे में बात करते हैं तो नवप्रवर्तन को हमारे अस्तित्व के केंद्र में रखना है। 22 माह की अवधि में हमने विश्व के लिए पहला घरेलू 4जी स्टैक तैयार किया और भारत अपना खुद का दूरसंचार स्टैक तैयार करने वाले विश्व का पांचवा देश बन गया है। डीडीएस-डिजाइन, सॉल्व एंड स्केल- को इस यात्रा में हमारा केमिकल फार्मूला बनाना है।”
दूरसंचार विभाग के सचिव (टी) और चेयरमैन डीसीसी डाक्टर नीरज मित्तल ने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री के विजन से ही आईएमसी में प्रतिभाग जबरदस्त ढंग से बढ़ा है। प्रधानमंत्री जी ने हमें इस तथ्य के बारे में मार्गदर्शन दिया कि टेक्नोलॉजी अकेली ऐसी चीज़ है जो भारत को 2047 में एक विकसित भारत की दिशा में ले जाएगी। हम 4जी में पिछड़े थे, 5जी में विश्व के साथ बराबरी के प्रयास में थे और 6जी में आगे होंगे और यही हम सभी का सपना है जिसे हम पूरा होता देखना चाहेंगे। इस वर्ष हमारा विश्वास है कि हम पिछले वर्ष के प्रतिभाग से आगे निकल जाएंगे और हमें बड़ी संख्या में ऐसे स्टार्टअप्स देखने को मिलेंगे जो भारत में दूरसंचार नवप्रवर्तन और विनिर्माण की प्रगति को प्रदर्शित कर रहे होंगे और जहां प्रख्यात वक्ता इस पूरे दूरसंचार क्षेत्र को कवर करेंगे। हमारा सपना है कि आईएमसी ना केवल दूरसंचार टेक्नोलॉजीज़ का संरक्षक बना रहे, बल्कि अन्य सभी क्षैतिज टेक्नोलॉजी को भी अपने दायरे में ले आए।”
सीओएआई के चेयरमैन अभिजित किशोर ने कहा, “वर्ष 2017 में शुरुआत के बाद से ही आईएमसी वार्ता, गठबंधन और कार्य के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म बना रहा है जो राष्ट्र निर्माण में टेक्नोलॉजी और कनेक्टिविटी की अहम भूमिका रेखांकित करता है। यह आकार और स्तर के मामले में उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है और ज्ञान साझा करने और विचारों के नेतृत्व के लिहाज से एक सक्रिय प्लेटफॉर्म बन गया है। साथ ही यह एशिया में सबसे बड़ा डिजिटल टेक्नोलॉजी फोरम बन गया है। पिछले 8 वर्षों में आईएमसी की सफलता को ना केवल संख्या में मापा गया है, बल्कि उद्योगों, समुदायों और राष्ट्र पर इसके प्रभाव के मामले में भी आंका गया है। आगे की यात्रा वादों से भरा है और मुझे विश्वास है कि आईएमसी अग्रणी बना रहेगा और भारत की डिजिटल क्रांति के अगले अध्याय को आकार देगा।”
इस अवसर पर, दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार नवप्रवर्तन, कौशल विकास, सेवाओं, विनिर्माण और एप्लीकेशंस के क्षेत्र में व्यक्तियों और संगठनों को पहचान देते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय दूरसंचार उत्कृष्टता पुरस्कर 2024 की घोषणा की। यह पुरस्कार कृषि, वाणिज्य, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में प्रभावी दूरसंचार संचालित सॉल्यूशंस का जश्न मनाता है।
संचार मित्र योजना भी लांच की जिसका लक्ष्य डिजिटल दूतों के तौर पर काम करने के लिए युवाओं का एक व्यापक नेटवर्क तैयार करना है जिससे दूरसंचार पारितंत्र और नागरिकों के बीच संपर्क और मजबूत हो सके। यह योजना जनजागरूकता प्रयासों के साथ ही स्वयंसेवक विद्यार्थियों को उभरती दूरसंचार प्रौद्योगिकियों और दूरसंचार विभाग की पहल से रूबरू कराएगी जिससे वे रोजगार के लिए तैयार हो सकें और इस क्षेत्र में अनुसंधान की उनकी रुचि बढ़ सके।