इटली में G-7 मीटिंग के 14 जून को ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस और पीएम मोदी की मुलाकात हुई थी। इसकी तस्वीर पोस्ट करते हुए केरल कांग्रेस ने रविवार (16 जून) को लिखा था- आखिरकार पोप की भगवान से मुलाकात हो ही गई। केरल कांग्रेस ने मोदी के 'भगवान ने मुझे स्पेशल मिशन के लिए भेजा है' बयान को लेकर तंज किया था।
भाजपा ने केरल कांग्रेस की पोस्ट को पीएम और पोप का अपमान बताया। विरोध बढ़ने पर केरल कांग्रेस ने रविवार को ही पोस्ट डिलीट करते हुए माफी मांगी ली। केरल कांग्रेस ने स्टेटमेंट जारी कर कहा- ईसाई समुदाय की भावनाओं को हम ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे। हालांकि, पीएम की आलोचना से कांग्रेस को कोई हिचक नहीं है।
भाजपा ने कहा- कांग्रेस ने इसाइयों का अपमान किया
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने X पर पोस्ट कर कहा- केरल कांग्रेस का सोशल मीडिया अकाउंट इस्लामिक कट्टरपंथियों और अर्बन नक्सलियों द्वारा चलाया जाता है। इस हैंडल से राष्ट्रवादी नेताओं के खिलाफ कंटेंट तो पहले ही पोस्ट किया जाता था, लेकिन अब पोप और ईसाई समुदाय का भी मजाक उड़ाया जा रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जु खड़गे, वायनाड से सांसद राहुल गांधी और जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल इन सब चीजों को बढ़ावा दे रहे हैं।
केरल भाजपा महासचिव जॉर्ज कुरियन ने कहा कि केरल कांग्रेस की पोस्ट आपत्तिजनक है और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। खास तौर पर केरल में ज्यादा आपत्तिजनक है क्योंकि, यहां ईसाई तीसरा सबसे बड़ा प्रचलित धर्म है।
भाजपा के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीया ने लिखा- हिंदुओं का मजाक उड़ाने और उनकी आस्था का अपमान करने के बाद, कांग्रेस के इस्लामवादी और मार्क्सवादी अब ईसाइयों का अपमान करने पर उतर आए हैं। सोनिया गांधी इस पार्टी की इस पार्टी की लंबे समय तक अध्यक्ष रही हैं। वह खुद कैथोलिक हैं।
भाजपा की आलोचना के बाद कांग्रेस का जवाब
कांग्रेस ने पोप फ्रांसिस के भगवानों को लेकर दिए बयान को कोट करते हुए भाजपा की आलोचना का जवाब दिया। कांग्रेस ने एक अन्य पोस्ट में लिखा- पोप ने कहा था कि जब आप किसी शख्स के होठों से बुद्धिमानी भरी मुस्कान लाने में सफल हो जाते हैं, तो आप भगवान को भी मुस्कुराने पर मजबूर कर देते हैं। कांग्रेस ने लिखा कि पोप फ्रांसिस ने यह बात उसी दिन कही थी, जब वे नरेंद्र मोदी से मिले थे।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष वीटी बलराम ने कहा- हमारी पोस्ट व्यंग के लिए थी। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री के PR कोशिशों के ओछेपन को उजागर करना था। कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता पोप का अपमान करने के बारे में दूर-दूर तक नहीं सोच सकता है। पोप को दुनियाभर के ईसाई भगवान के रूप में मानते हैं। कांग्रेस को नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाने में कोई हिचक नहीं है। मोदी खुद को भगवान बताकर अलग-अलग धर्मों में विश्वास रखने वालों का अपमान करते हैं।
कांग्रेस नेता बलराम ने आगे कहा- प्रधानमंत्री मणिपुर पर जानबूझकर चुप्पी साधे हुए हैं। मणिपुर में ईसाई समुदाय के लोगों पर अत्याचार हुआ है। चर्च को नष्ट किया गया है। पूरे नॉर्थ-ईस्ट में माइनॉरिटीज को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है, लेकिन PM ने एक शब्द भी नहीं कहा है। हम माइनॉरिटीज के प्रति PM के खोखलेपन की निंदा करते हैं। PM को ईसाई समुदाय से माफी मांगनी चाहिए।