भोपाल । प्रदेशम में सीएम राइज स्कूल योजना के तहत परीक्षा में शामिल होने के लिए शिक्षकों व प्राचार्यों की रुचि कम है। योजना के तहत 276 प्राचार्य पद के लिए आए मात्र 238 आवेदन ही आए हैं। सीएम राइज योजना के तहत चयनित स्कूलों में प्राचार्य और शिक्षकों की पदस्थापना परीक्षा और साक्षात्कार के माध्यम से की जा रही है। प्रदेश में 276 सीएम राइज स्कूलों में प्राचार्य और शिक्षकों की पदस्थापना के लिए चयन प्रक्रिया गुरुवार से प्रारंभ हो गई है। प्रथम चरण में तीन दिन 27 नबंवर तक साक्षात्कार के माध्यम से प्राचार्य के पदों पर चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। वही 28 नवंबर को शिक्षकों की परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाएगा।
सीएम राइज स्कूल योजना के तहत 276 सीएम राइज स्कूलों में प्राचार्य पद के लिए निर्धारित संख्या में आवेदन ही प्राप्त नहीं हो सके हैं, सिर्फ 238 प्राचार्य इस साक्षात्कार प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं। शेष 38 सीएम राइज स्कूल प्राचार्य विहीन ही शुरू करना पड़ेगा। विभाग को प्रभारी के माध्यम से शुरुआत करानी पड़ेगी। वहीं प्रदेश के सीएम राइज योजना के तहत चयनित स्कूलों के लिए करीब 20 हजार शिक्षकों ने आवेदन किए हैं।
मप्र शासकीय अध्यापक संगठन के प्रदेश संयोजक उपेंद्र कौशल ने कहा कि मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री को ज्ञापन देकर मांग की है कि सीएम राइज स्कूलों में विभिन्न पदों की चयन प्रक्रिया के लिए 57 वर्ष की आयु का बंधन समाप्त किया जाए एवं परीक्षा के स्थान पर चयन का आधार योग्यता, अनुभव, प्रशिक्षण, विगत वर्षों के परीक्षा परिणाम रखा जाए एवं जिले के सीएम राइज स्कूलों के लिए जिले में पदस्थ शिक्षक, कर्मचारी को चयन में प्राथमिकता प्रदान की जाए।
शिक्षा विभाग सीएम राइज स्कूल योजना में 57 वर्ष से अधिक आयु का बंधन नहीं रखता और अन्य योग्यता, अर्हता, अनुभव के आधार पर उक्त पदों पर आवेदन का आधार पर रखा जाता तो समुचित संख्या में योग्य प्राचार्य और शिक्षक मिल पाते और समस्त पदों पर पूर्णकालिक प्राचार्य मिल जाते।राजधानी भोपाल के आठ स्कूलों के लिए प्राचार्यों के 23 आवेदन आए हैं।
इनमें महात्मा गांधी भेल, सरदार वल्लभभाई उमावि करोंद, शासकीय कन्या उमावि गोविंदपुरा, शासकीय उमावि निशातपुरा, शासकीय उमावि कमला नेहरू टीटी नगर, शासकीय कन्या उमावि जहांगीराबाद, शासकीय हाईस्कूल बर्रई, शासकीय बालक उमावि बैरसिया शामिल हैं। इन स्कूलों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के प्राचार्यों ने अधिक आवेदन अधिक आए हैं। प्राचार्य के चयन के लिए दस अंकों का साक्षात्कार होगा। इसमें प्रबंधन क्षमता, अवकाश नियम, भंडार व वित्त नियम, अभिलेख संघारण, विभागीय योजनाएं, नई शिक्षा नीति, पालक और समुदाय की सहभागिता, अंग्रेजी बोलना और समझना, कंप्यूटर संचालन, ई-मेल करने का ज्ञान और सुर्कुलर में दक्षता आदि निकालने में दक्षता के साथ हाईस्कूल स्तर पर सभी विषयों का ज्ञान जरूरी है।