भोपाल । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि ऊर्जा संरक्षण को आदत बनाना जरूरी है। ऊर्जा संरक्षण व्यवहार के पालन द्वारा रोजमर्रा के कार्यों में भी ऊर्जा की काफी बचत की जा सकती है। इस संबंध में जनमानस को सजग बनाना जरूरी है।
राज्यपाल श्री पटेल आज राजभवन के सांदीपनि सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रतियोगिता का आयोजन नर्मदा हाइड्रो इलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में किया गया था।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि नए भारत के निर्माण के लिए जरूरी है कि हम हर क्षेत्र में आत्म-निर्भर बनें। ऊर्जा की माँग और उत्पादन में संतुलन बनाएँ। ऊर्जा संरक्षण समय की आवश्यकता है। ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि के साथ उपयोग में संयम और वितरण में समानता होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के बीच ऊर्जा संरक्षण विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन एक सार्थक पहल है। ऊर्जा संरक्षण जैसे राष्ट्रीय जन- जागरण के मुद्दे से बच्चों की सृजनशीलता को जोड़ना सराहनीय है। बच्चों में ऊर्जा की बचत के संस्कार होने से उनके परिजन में भी ऊर्जा संरक्षण के प्रति चेतना का विकास होगा। श्री पटेल ने प्रतियोगिता के चयनित चित्रों की सराहना करते हुए बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी।
राज्यपाल श्री पटेल ने प्रतियोगिता के ग्रुप-ए में प्रथम पुरस्कार डी.पी.एस. नीलबड़ भोपाल की कक्षा-6 की छात्रा वेदिका जैन को, द्वितीय पुरस्कार केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 बी.एस.एफ. इंदौर की कक्षा-6 की छात्रा अदिति कुमारी और तृतीय पुरस्कार आइडियल हायर सेकेंडरी स्कूल भोपाल की कक्षा-6 के छात्र लक्ष्य शाक्य को प्रदान किया गया। ग्रुप-बी में प्रथम पुरस्कार बिलाबाँग हाई इंटरनेशनल स्कूल भोपाल की कक्षा-9 के छात्र भविष्य आचार्य, द्वितीय पुरस्कार एस.आई.सी.ए. स्कूल इंदौर की कक्षा-9 के छात्र राजन जांगिड़ और तृतीय पुरस्कार केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 शिवाजी नगर भोपाल की कक्षा-9 की छात्रा प्रियांशु यादव को और दोनों श्रेणियों में 10-10 सांत्वना पुरस्कार प्रतिभागियों को प्रदान किए।
नर्मदा हाइड्रो इलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि बच्चों में ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागृति और सृजनशीलता को बढ़ावा देने के लिए कक्षा 5 से 7 तक और कक्षा 8 से 10 की दो श्रेणियों में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 2 हजार बच्चे शामिल हुए। प्रत्येक श्रेणी में प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। आभार प्रदर्शन मुख्य महाप्रबंधक अशोक कुमार ने किया।