सतना | रैगांव विधानसभा क्षेत्र उप निर्वाचन के लिये नियुक्त सभी 44 सेक्टर अधिकारियों और 13 रिजर्व सेक्टर अधिकारियों को मतदान के समय उपयोग होने वाली ईव्हीएम एवं वीवीपैट मशीनों की हैन्ड्स-ऑन ट्रेनिंग मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दी गई। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अजय कटेसरिया ने सेक्टर अधिकारियों से कहा कि मतदान केन्द्र के अधिकारियों द्वारा मतदान संपन्न होने के बाद ईव्हीएम का क्लोज बटन दबाना अत्यंत आवश्यक है। इसी प्रकार मॉकपोल का डाटा क्लीयर करने और वीवीपैट की बैटरी भी मतदान संपन्न होने के बाद निकालना भी जरूरी है। उन्होने कहा कि सेक्टर अधिकारी सुनिश्चित करें कि उनके प्रभार क्षेत्र के मतदान दलों के अधिकारी इस बारे में भली-भांति अवगत रहें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी सेक्टर अधिकारियों को अतिरिक्त रूप से एक-एक मशीन दी जायेगी। किसी मतदान केन्द्र की मशीन खराब होने पर वो इससे बदल सकेंगे। इसी प्रकार सभी जोनल अधिकारियों को एक सेट मशीन दी जायेगी।
मास्टर
ट्रेनर डॉ बीके गुप्ता ने बताया कि मतदान दलों को रवाना होने से पूर्व ईव्हीएम और वीवीपैट मशीने पूरी तरह से तैयार करके दी जायेंगी। इन्हे आपस में जोड़कर चेक नहीं करना है। ऐसा करने पर वीवीपैट को ईव्हीएम से जोड़ते ही 7 पर्चियां कटेंगी। उन्होने कहा कि मशीनों की केवल सील और नंबर इत्यादि चेक करने हैं। मतदान केन्द्रों पर वास्तविक मतदान प्रारंभ होने के पूर्व एजेन्टों की उपस्थिति में मॉकपोल अवश्य करना है। जिन केन्द्रों पर मॉकपोल नहीं होगा, वहां पर मतदान संपन्न नही कराया जा सकेगा। उन्होने बताया कि वास्तविक मतदान प्रारंभ होने के बाद किसी भी मशीन के खराब होने पर ईव्हीएम और वीवीपैट का पूरा सेट बदला जायेगा और मॉकपोल पुनः करना होगा। मॉकपोल के दौरान किसी एक मशीन के खराब होने पर सिर्फ वहीं मशीन बदली जायेगी।
वास्तविक मतदान शुरू रहने के दौरान केवल वीवीपैट को बदलने की आवश्यकता हो तो पुनः कोई मॉकपोल नही किया जायेगा।
ईव्हीएम
और वीवीपैट के हैन्ड्स-ऑन प्रशिक्षण के दौरान बीएल बागरी ने बीयू, सीयू और वीवीपैट संचालन की तकनीकी जानकारी देते हुये बताया कि मतदान केन्द्र के अधिकारी तीन बातो पर विशेष ध्यान रखें। मॉकपोल का डाटा वास्तविक मतदान के पूर्व अनिवार्य रूप से क्लीयर करें। मतदान समाप्ति के पश्चात ईव्हीएम की सीयू का क्लोज बटन अनिवार्य रूप से दबायें और वीवीपैट की बैटरी मतदान समाप्ति के पश्चात अलग निकालकर रखें। उन्होने बताया कि वास्तविक मतदान के बीच जो मशीने खराब होती हैं, उन्हे मतदान केन्द्र से वापस नहीं लानी है। ऐसी मशीनों को पीठासीन अधिकारी अपनी सुपुर्दगी में सामग्री जमा करने समय स्वतः लायेंगे।