कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने 1962 में हुए चीन के आक्रमण के लिए गलती स ‘कथित’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए मंगलवार को माफी मांगी।वे फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब में एक कार्यक्रम के दौरान किस्सा सुनाते हुए कहा था कि अक्टूबर 1962 में चीनियों ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया था।
अय्यर के बयान को भाजपा ने संशोधनवाद का निर्लज्ज प्रयास बताया। वहीं, कांग्रेस ने उनकी इस टिप्पणी से खुद को दूर कर लिया। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि अय्यर के बिना शर्त माफी मांगने के बाद ये मुद्दा खत्म हो जाना चाहिए।
इससे पहले 15 अप्रैल को मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि भारत को पाकिस्तान को इज्जत देनी चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उसके पास भी परमाणु बम है।
BJP बोली- चीनी आक्रमण पर पर्दा डालना चाहते हैं अय्यर
भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने मामले को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने आरोप लगाया कि नेहरू ने चीनियों के पक्ष में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सीट पर भारत का दावा छोड़ दिया। राहुल गांधी ने एक सीक्रेट समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीनी दूतावास से चंदा लिया और चीनी कंपनियों को भारत में व्यापार करने में आसानी हो। इस मकसद से एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई। उनके आधार पर, सोनिया गांधी की UPA सरकार ने चीनी सामानों के लिए भारतीय बाजार खोल दिया, जिससे देश के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग को नुकसान हुआ।
अब कांग्रेस नेता अय्यर 1962 के चीनी आक्रमण पर पर्दा डालना चाहते हैं, जिसके बाद चीनियों ने 38,000 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर लिया था। मालवीय ने पूछा कि कांग्रेस का चीनियों के प्रति प्रेम क्या बताता है?
कांग्रेस बोली- PM मोदी पर चीनी घुसपैठ को क्लीन चिट देने का आरोप
विवाद के बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मई 2020 में चीन की घुसपैठ के लिए उन्हें क्लीन चिट देने का आरोप लगाया।
जयराम रमेश ने कहा कि भारत पर 20 अक्तूबर 1962 को शुरू हुआ चीनी आक्रमण वास्तविक था। मई 2020 की शुरुआत में भी लद्दाख में चीनी घुसपैठ हुई, जिसमें हमारे 40 सैनिक शहीद हो गए। लेकिन प्रधानमंत्री ने 19 जून 2020 को चीनी घुसपैठ को सिरे से खारिज कर दिया और क्लीन चिट दे दी। जयराम रमेश के मुताबिक, प्रधानमंत्री के बयान के बाद भारत की स्थिति कमजोर हो गई। उन्होंने दावा किया देपसांग और डेमचोक सहित 2000 वर्ग किमी का क्षेत्र भारतीय सैनिकों के कब्जे में नहीं है और चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर रखा है।
मणिशंकर अय्यर बोले- पाकिस्तान को इज्जत दे भारत, उसके पास परमाणु बम
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का मई में एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें वे कह रहे हैं कि भारत को पाकिस्तान को इज्जत देनी चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उसके पास भी परमाणु बम है। कोई सिरफिरा आया तो हम पर इसका इस्तेमाल कर सकता है। 15 अप्रैल को एक सोशल मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में अय्यर ने कहा था- मुझे ये समझ नहीं आता कि नरेंद्र मोदी सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे, क्योंकि वहां आतंकवाद है।
ये समझना जरूरी है कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए चर्चा बहुत जरूरी है। वरना, पाकिस्तान सोचेगा कि भारत अहंकार के साथ हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान में कोई भी पागल इस बम का इस्तेमाल भारत पर कर सकता है। अय्यर के इस बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया था। पवन खेड़ा ने कहा था- अय्यर के बयान से कांग्रेस पार्टी पूरी तरह असहमत है। अय्यर किसी भी तरीके से पार्टी के लिए नहीं बोलते हैं। वीडियो को भाजपा ने फैलाया है, जिससे प्रधानमंत्री मोदी की गलतियों से ध्यान भटकाया जा सके।
अय्यर ने लाहौर में कहा था- भारत 'हिंदू राष्ट्र' में तब्दील होना चाहता है
मणिशंकर अय्यर इसी साल फरवरी में पाकिस्तान गए थे। वे यहां लाहौर के अलहमरा में फैज महोत्सव में शामिल हुए थे। कांग्रेस नेता ने कहा था- धार्मिक कट्टरवाद में पाकिस्तान की नकल करने की कोशिश कर रहा भारत, खुद को 'हिंदू राष्ट्र' बनाना चाहता है।
उन्होंने कहा था- मैं एक्सपीरिएंस से कह सकता हूं कि पाकिस्तानी ऐसे लोग हैं, जो शायद दूसरे पक्ष के रिएक्ट करने पर ओवरिएक्ट करते हैं। अगर हम दोस्ताना हैं, तो वे बहुत ज्यादा दोस्ताना होते हैं। अगर हम दुश्मनी दिखाते हैं, तो वे और भी ज्यादा दुश्मनी दिखाते हैं।