नई दिल्ली । गोवा विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर के टिकट को लेकर बात फंसती दिख रही है। भाजपा की ओर से उनके टिकट को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है और न ही उन्हें कोई भरोसा दिया गया है।
लेकिन इस बीच उत्पल पर्रिकर ने पणजी सीट से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। ऐसे में यदि अब उन्हें टिकट नहीं मिलता है तो फिर उत्पल पर्रिकर और भाजपा के बीच खींचतान की स्थिति देखने को मिल सकती है। पणजी विधानसभा सीट से टिकट के लिए उत्पल पर्रिकर लॉबिंग करते दिख रहे हैं। इसी सीट से उनके पिता मनोहर पर्रिकर दो दशक तक विधायक रहे हैं।
राज्य के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर की गोवा में बहुत लोकप्रियता रही है। वह रक्षा मंत्री के तौर पर भी काफी चर्चित हुए थे। पणजी सीट को लेकर गोवा के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस के एक बयान के बाद से ही चर्चा तेज है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यदि कोई मनोहर पर्रिकर या किसी और नेता का बेटा है तो सिर्फ इतने से वह भाजपा के टिकट का हकदार नहीं होता। इस बीच शनिवार को उत्पल पर्रिकर पणजी में डोर-टू-डोर कैंपेनिंग करते नजर आए। यही नहीं मतदाताओं से वह कहते दिखे कि चुनाव में उन्हें ही वोट करें।
यही नहीं एक इंटरव्यू में उत्पल पर्रिकर ने यह भी कहा था कि जिस तरह की भ्रष्टाचार की राजनीति राज्य में हो रही है, उसे देखते हुए मैं चुप नहीं बैठूंगा। देवेंद्र फडणवीस के बयान के बारे में पूछने पर उत्पल ने कहा था, 'गोवा में जिस तरह की राजनीति हो रही है, उसे मैं सहन नहीं कर सकता। यह मेरे लिए स्वीकार्य नहीं है। क्या वे कहना चाहते हैं कि जिताऊ होना ही मुख्य बात है।
ईमानदारी और स्वच्छ छवि जैसी कोई बात ही नहीं हैा। चरित्र मायने नहीं रखता? क्या आप ऐसे व्यक्ति को टिकट देने जा रहे हैं, जिसका आपराधिक इतिहास है और मैं चुप बैठ जाऊंगा?' पणजी सीट से फिलहाल अतानासियो मोनसेराट विधायक हैं, जो 2019 में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। अतानासियो का ही विरोध करते हुए उत्पल पर्रिकर ने कहा कि यदि मौजूदा विधायक को ही पार्टी फिर से उतारती है तो वह चुप नहीं बैठेंगे। उत्पल पर्रिकर ने कहा कि 2008 में अतानासियो के खिलाफ दंगा भड़काने और रेप का केस दर्ज हुआ था।
ऐसे में यदि उन्हें टिकट दिया तो वह चुप नहीं बैठेंगे। यही नहीं अपने पिता मनोहर पर्रिकर के साथ काम कर चुके नेताओं से भी उत्पल लगातार बात कर रहे हैं। शनिवार को उनके साथ ऐसे कई नेता प्रचार के लिए निकले थे। इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ऑफर दिया कि यदि वह उनके साथ आना चाहें तो स्वागत करेंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'मैं मनोहर पर्रिकर जी का सम्मान करता हूं। यदि उनका बेटा आप में आना चाहे तो उनका बहुत स्वागत है।