नई दिल्ली। मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाली 'सुल्ली डील्स' ऐप के मास्टरमाइंड को दिल्ली पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया है। ओंकारेश्वर ठाकुर मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने के लिए ट्विटर पर बनाए गए ग्रुप का सदस्य था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया था कि वह ट्विटर पर एक ट्रेड-ग्रुप का सदस्य था और एक धर्म विशेष की महिलाओं को बदनाम करने और ट्रोल करने की मंशा रखता था।
दरअसल, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि ओंकारेश्वर ठाकुर ने गिटहब पर एक कोड विकसित किया था। गिटहब की पहुंच समूह के सभी सदस्यों के पास थी। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऐप को शेयर किया था। समूह के सदस्यों द्वारा एक धर्म विशेष की महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गईं। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि कई समूह चर्चाओं के दौरान सभी सदस्यों ने एक धर्म विशेष की महिलाओं को ट्रोल करने पर चर्चा की थी।
उसने गिटहब पर कोड ऐप विकसित किया था। इसके बाद इस ऐप को लेकर हुए हंगामे के बाद सभी ने अपने सभी सोशल मीडिया फुटप्रिंट्स को डिलीट कर दिया था। आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप, इंदौर का रहने वाला है। उसने इंदौर के एक बड़े संस्थान से बीसीए किया हुआ है। जुलाई 2021 में दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी।
आरोप है सुल्ली डील्स ऐप पर बिना अनुमति के मुस्लिम महिलाओं की फोटो अपलोड की गई थीं। इससे पहले पिछले साल इससे मिलते-जुलते नाम वाला बुली बाई नाम का ऐप भी विवादों में घिर गया था। इसे भी गिटहब पर ही बनाया गया था। इस ऐप पर भी मुस्लिम महिलाओं की फोटो उनके सोशल मीडिया अकाउंट से उठाकर अपलोड कर दी गई थीं। बुली बाई ऐप भी काफी हद तक सुल्ली डील्स की तरह ही है।