भोपाल। राजधानी के एकमात्र महालक्ष्मी मंदिर करुणाधाम में दीपोत्सव की उमंग भरी रंगारंग शुरुआत मंगलवार को धनतेरस पर्व से हुई। गुरुदेव सुदेश शांडिल्य एवं उनकी धर्मपत्नी ममता शांडिल्य (गुरु मां) द्वारा माता महालक्ष्मी का अभिषेक किया गया।
शाम के समय विश्व शांति और समृद्धि की कामना करते हुए रामधुन की गई एवं 600 आकाश दीप छोड़े गए। रात के समय रंगारंग आतिशबाजी से आधा घंटे तक करुणाधाम आश्रम और आसपास का इलाका रंगबिरंगी रोशनी से जगमगाता रहा।
दीपावली पर होगा विशेष श्रंगार, दुबई से मंगाई पोशाक
आश्रम प्रवक्ता शाश्वत शांडिल्य के मुताबिक धनतेरस से दीपावली पर्व की शुरुआत हुई है। कार्यक्रम का समापन भव्य अन्नकूट महोत्सव से होगा। इसमें माता महालक्ष्मी को 56 भोग अर्पित किए जाएंगे। दीपावली पर दुबई से आए हुए वस्त्रों से माता महालक्ष्मी का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। यहां पूरे दिन भंडारा चलेगा। धनतेरस से लेकर तीन दिन तक गुरुदेव सुदेश शांडिल्य के सान्निध्य में युवा रामधुन का जाप करेंगे।
राजसी ठाठ-बाट से विराजे मां गोरा व बाबा बटेश्वर
उधर, पुराने शहर के कायस्थपुरा में स्थित बड़वाले महादेव मंदिर सेवा समिति एवं ट्रस्ट के द्वारा धन्वंतरि जयंती एवं भौम प्रदोष के अवसर पर मंगलवार को बाबा बटेश्वर का सप्तऔषधि, विजया एवं भस्मी से अभिषेक किया गया| मंदिर समिति के संजय अग्रवाल एवं प्रमोद नेमा ने बताया कि इस अवसर पर बाबा बटेश्वर एवं मां गौरा का रत्न- आभूषणों से राजसी श्रृंगार किया गया। श्रद्धालुओं ने 2100 दीपक लगाकर पूरा मंदिर परिसर जगमग कर दिया। बाबा बटेश्वर और मां गौरा की महाआरती की गई| इस अवसर पर 11 लाख रुपए की करंसी से मां लक्ष्मी का विशेष श्रृंगार किया गया।