नीट में 15-15 लाख रुपए लेकर डमी कैंडिडेट्स बने 10 मेडिकल स्टूडेंट को दिल्ली पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया। इनमें से 8 की जमानत हो गई। वहीं दो स्टूडेंट से मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम पूछताछ कर रही है। ये सभी छात्र राजस्थान के ही रहने वाले और MBBS फर्स्ट ईयर से इंटर्नशिप तक के है।
मेडिकल कॉलेज झालावाड़ के असिस्टेंट एकेडमिक प्रोफेसर डॉ. मयंक जैन ने बताया- 15 दिन पहले दिल्ली पुलिस की जांच टीम ने हमसे 8 छात्रों के बारे में जानकारी मांगी थी। हमें छात्रों के नाम बताए गए थे। ये सभी छात्र झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के थे। पूछताछ के बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया था।
8 छात्रों की बाद में जमानत हो गई थी। जबकि 2 छात्रों से मुंबई की टीम ने पहले पूछताछ की, फिर उन्हें गिरफ्तार कर ले गए। अभी दोनों छात्र मुंबई क्राइम ब्रांच की कस्टडी में हैं।
डॉ. मयंक जैन ने बताया- किसी भी छात्र को सेंटर से गिरफ्तार नहीं किया गया है। दिल्ली पुलिस की जांच टीम को हमने जानकारी दी तो स्टूडेंट्स से पूछताछ की थी। जानकारी के अनुसार इन छात्रों पर 15-15 लाख रुपए लेकर डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने का आरोप है। इनमें कुछ छात्राएं भी हैं।
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से इस मामले पर अब तक कोई जानकारी साझा नहीं की गई थी। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुभाष चंद्र जैन लगातार मामले को टालते रहे। मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने भी मामले को छुपाया।
झालावाड़ एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के मामले में पुलिस को कोई जानकारी नहीं है, मीडिया से जानकारी मिलने के बाद उनकी एक टीम ने भी कॉलेज में जाकर इस मामले में बात की है।