NEET UG पेपर लीक मामले में सीबीआई ने रिम्स की एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट को हिरासत में लिया है। वो गर्ल्स हॉस्टल 3 में रहती है। सीबीआई की टीम ने गुरुवार को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वो नहीं आई।
इसके बाद सीबीआई की टीम रिम्स पहुंची और उसे अपने साथ ले गई। रिम्स के एक डॉक्टर के मुताबिक पेपर लीक की बात सामने आने के बाद से ही सहमी रहती है। वो अपने साथियों से भी ज्यादा बात नहीं करती थी। इससे पहले बुधवार को भी सीबीआई ने पटना एम्स के चार स्टूडेंट को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार छात्रों में सीवान के चंदन सिंह, पटना के कुमार शानू, धनबाद के राहुल आनंद और अररिया के करण जैन हैं। वहीं गुरुवार को कोर्ट ने इन छात्रों के अलावा 1 बिचौलिए सुरेंद्र को रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया।
गिरफ्तार सुरेंद्र परीक्षा माफिया और एम्स के छात्रों के बीच मिडिल मैन है। सुरेंद्र के संपर्क में ही ये चाराें छात्र थे। जब सीबीआई पूछताछ करने लगी ताे शुरु में चाराें ने बरगलाया। लेकिन जब सीबीआई ने वैज्ञानिक साक्ष्य दिखाकर पूछताछ शुरू की ताे सबने जुर्म कबूल कर लिया।
इन चारों छात्रों का निलंबन तय माना जा रहा है। एम्स निदेशक डॉ. जीके पाल ने बताया कि शुक्रवार काे इस मामले काे लेकर प्रशासकीय बैठक हाेने वाली है। इंटरनल जांच के लिए कमेटी बना दी गई है।
रॉकी की गिरफ्तारी के बाद एक्शन में CBI
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने गुरुवार को रॉकी उर्फ राकेश को बिहार से गिरफ्तार किया था। CBI के सूत्रों के मुताबिक, रॉकी ने ही NEET का पेपर लीक होने के बाद उसे हल कराकर एक आरोपी चिंटू के मोबाइल पर भेजा था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने सुबह रॉकी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 10 दिन की रिमांड पर CBI को सौंप दिया। रॉकी की गिरफ्तारी के बाद से CBI ने एक्शन का दायरा बढ़ा दिया है।
मास्टरमाइंड संजीव मुखिया तक पहुंचने में जुटी सीबीआई
बिहार में पेपर लीक का मुख्य सरगना संजीव मुखिया है। यह नालंदा जिले के नगरनौसा का रहने वाला है। मामला सामने आने के बाद से ही यह फरार है। माना जा रहा है कि गिरफ्तार रॉकी फरार संजीव मुखिया का बेहद खास है। संजीव अबतक सीबीआई की पहुंच से दूर है। सीबीआई की टीम लगातार संजीव के ठिकाने तक पहुंचने में जुटी है।