नई दिल्ली घरेलू वाहन विनिर्माता कंपनी समेत लक्जरी कार बनाने वाली जर्मनी की कंपनियां मर्सिडीज़ बैंज इंडिया और आडी अगले वर्ष से अपने वाहनों की कीमतों में वृद्धि करेंगी। इस वृद्धि का मुख्य कारण कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी है। मारुति सुजुकी इंडिया ने शेयर बाजार को यह जानकारी दी। कंपनी ने कहा कि अलग-अलग मॉडल के लिए मूल्य वृद्धि अलग-अलग होगी। हालांकि उसने विस्तृत जानकारी नहीं दी।
वहीं मर्सिडीज बेंज ने अपने वाहनों की कीमतों में दो प्रतिशत तक की वृद्धि की घोषणा की है, जबकि ऑडी अपनी सभी गाड़ियों के दाम तीन प्रतिशत तक बढ़ाएगी। एमएलआई ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘पिछले एक साल में, कच्चे माल की लागतों में वृद्धि के कारण कंपनी के वाहनों की लागत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए, कंपनी के लिए मूल्य वृद्धि के माध्यम से उपरोक्त अतिरिक्त लागतों का कुछ भार ग्राहकों पर डालना अनिवार्य हो गया है।'
कंपनी के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि पिछले एक साल में इस्पात, एल्यूमीनियम, तांबा, प्लास्टिक और कीमती धातुओं जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होने से कंपनी को दाम बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।घरेलू वाहन विनिर्माता इस साल पहले ही वाहन की कीमतों में तीन बार बढ़ोतरी कर चुकी है। कंपनी ने जनवरी में 1.4 प्रतिशत, अप्रैल में 1.6 प्रतिशत और सितंबर में 1.9 प्रतिशत की मूल्य वृद्धि की है। इस प्रकार, कंपनी ने कुल 4.9 प्रतिशत दाम बढ़ाये हैं।
मर्सिडीज बेंज इंडिया ने कहा कि कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी को लेकर लागत की भरपाई के लिए केवल चुनिंदा मॉडलों की एक्स-शोरूम कीमत में एक जनवरी, 2021 से दो प्रतिशत तक की वृद्धि की जायेगी। वही ऑडी इंडिया ने कहा कि बढ़ते कच्चे माल और परिचालन लागत की भरपाई के लिए कीमतों में सुधार की आवश्यकता है। कंपनी अपने सभी मॉडलों की कीमतों में तीन प्रतिशत तक की वृद्धि करेगी।
मारुति सुजुकी इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसने यात्री एयरबैग लगाने के साथ लागत बढ़ने की वजह से अपनी ईको वैन के सभी नॉन-कार्गो संस्करणों की कीमतों में 8,000 रुपये की वृद्धि की है। कंपनी ने एक नियामकीय सूचना में कहा कि कीमत में वृद्धि 30 नवंबर, 2021 से प्रभावी है। ईको के यात्री संस्करण की कीमत 4.30 लाख रुपये से शुरू होती है और 5.6 लाख रुपये तक जाती है, जबकि एम्बुलेंस संस्करण की कीमत 7.29 लाख रुपये (दिल्ली शोरूम) है। इससे पहले इस साल सितंबर में कंपनी ने सेलेरियो को छोड़कर अपनी सभी कारों की कीमतों में 1.9 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की थी। यह इस साल उसके यात्री वाहनों की कीमतों में तीसरी वृद्धि थी।