प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को 2 दिन के जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंच रहे हैं। तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला कश्मीर दौरा है। इसे दो चुनावों के बीच एक अहम कड़ी के तौर पर देखा जा रहा है।
चुनाव आयोग सितंबर में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करवाने तैयारियां कर रहा है। ऐसे में PM मोदी का यहां जाना और योग दिवस जैसे इंटरनेशनल इवेंट में शामिल होना पॉजिटिव मैसेज माना जा रहा है।
PM 20 जून को शाम करीब 6 बजे श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में 'एम्पावरिंग यूथ, ट्रांसफॉर्मिंग जम्मू-कश्मीर' इवेंट में शामिल होंगे। साथ ही 1500 करोड़ के 84 प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास करेंगे।
21 जून को योग दिवस पर सुबह 6.30 बजे से कॉमन योग प्रोटोकॉल के तहत SKICC के बैकयार्ड में डल झील के किनारे योग आसन करेंगे। इस दौरान करीब 7 हजार लोग उनके साथ योग करेंगे। कुछ लोगों को विभिन्न आसनों की ट्रेनिंग दी गई है।
10 साल पहले 2014 में संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून के दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। तब से इसे अलग-अलग थीम पर मनाया जा रहा है। 2024 के लिए योग दिवस की थीम 'योगा फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी' है।
PM के दौरे से पहले श्रीनगर रेड जोन घोषित
पीएम ने 9 जून शपथ ली थी तब से कश्मीर में 4 आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं। इसलिए श्रीनगर में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। श्रीनगर में रेड जोन घोषित किया गया। पुलिस के मुताबिक ड्रोन रूल्स, 2021 के नियम 24(2) के तहत श्रीनगर को तत्काल प्रभाव से ड्रोन और क्वाडकॉप्टर के लिए टेम्परेरी रेड जोन घोषित किया गया है। इस जोन में ड्रोन उड़ाने पर केस दर्ज हो सकता है।
1500 करोड़ के 84 प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी 20 जून को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर सड़क, जलापूर्ति, हायर एजुकेशन से जुड़े प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे। इसका उद्देश्य यहां के युवाओं को राेजगार देना है। वे 1800 करोड़ की लागत वाले जेकेसीआईपी, चेनानी-पटनीटॉप-नाशरी खंड, इंडस्ट्रियल एस्टेट, 6 गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी करेंगे।
यह प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों के 90 ब्लॉकों में लागू होगा। जिससे 15 लाख लोगों के जरिए 3 लाख परिवारों तक प्रोजेक्ट का लाभ पहुंचेगा। इसके अलावा PM 2000 सरकारी कर्मचारियों को जॉब लेटर भी देंगे।
2014 में आखिरी बार हुए थे जम्मू-कश्मीर में चुनाव
5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मी से आर्टिकल 370 खत्म कर दिया गया था। साथ ही राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। इससे पहले यहां 2014 में आखिरी बार चुनाव हुए थे। 2018 में BJP और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी, क्योंकि BJP ने PDP से अलायंस तोड़ लिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर, 2023 में चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि सितंबर, 2024 तक हर हाल में जम्मू-कश्मीर में चुनाव करा लिए जाएं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि 30 सितंबर से पहले जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो जाएंगे।
मई 2022 के परिसीमन के बाद अब जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों वाली विधानसभा बनाई गई है, जिसमें कश्मीर में 47 और जम्मू में 43 सीटें हैं। यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य का दर्जा भी बहाल कर दिया जाएगा।
योग दिवस से जुड़े बड़े इवेंट
इस साल योग दिवस के बड़े इवेंट सेना, सेलेब्रिटीज और सोशल गैदरिंग के तौर पर हाेंगे। कर्नाटक के मैसुरू पैलेस में लगभग 10 हजार लोग एकसाथ योग करेंगे। इसके अलावा, गुजरात के बनासकांठा में भारत-पाक सीमा से महज 20 किमी दूर नाडा बेट में भी 10 हजार लोग योग आसन करेंगे।
पिछले साल गुजरात में बना था वर्ल्ड रिकॉर्ड
गुजरात के सूरत में 2023 में योग दिवस पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था। राज्य में 72 हजार लोकेशन पर लगभग 1.25 करोड़ लोगों ने योग किया। अकेले सूरत में एक लाख से ज्यादा लोगों की भागीदारी के साथ विश्व रिकॉर्ड बना था।
इससे पहले यह रिकॉर्ड 2018 में बना था, जब राजस्थान के कोटा में पतंजलि योगपीठ में हुए एक सेशन में 1 लाख 984 लोग शामिल हुए थे।