नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक को एक बार फिर स्कूल लेकर आई है। मडई रोड स्थित स्कूल में सुबह के 10:40 पर टीम पहुंची। रात भर सीबीआई की टीम ने उन्हें चरही स्थित गेस्ट हाउस में रखा था। बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम ने 8 लोगों को डिटेन किया है। सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है।
सीबीआई 6 राज्य बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी में पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों के आपस में संबंधों की पड़ताल कर रही है। जिससे मास्टरमाइंड का पता चल सके।
सीबीआई को शक है कि लीक मामले में विभिन्न राज्यों में गिरफ्तार आरोपी केवल कांट्रैक्टर हैं, वास्तविक अपराधी कोई है। राज्यों में कांट्रैक्टर के माध्यम से पेपर अभ्यर्थियों तक पहुंचा। लीक से जुड़े पुराने अपराधियों से भी पूछताछ होगी। वह पुराने आरोपियों के रिकार्ड को निकाल रही है।
इससे पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि प्राचार्य को कोर्ट लाया जाएगा, लेकिन सीबीआई की टीम ने उन्हें सीधा स्कूल लेकर आई है। जहां उनसे फिर से पूछताछ की जा रही है और साक्ष्य खंगाले जा रहे हैं। सात सदस्य टीम उन्हें दो गाड़ी से लेकर ओएसिस स्कूल पहुंची है। इससे माना जा रहा है कि रात में पूछताछ के दौरान प्रिंसिपल से सीबीआई को कोई अहम सुराग मिले हैं जो स्कूल में है। उसी की पुष्टि को लेकर प्रिंसिपल को साथ लेकर टीम ओएसिस स्कूल पहुंची है।
सीसीएल के गेस्ट हाउस में पूछताछ
बुधवार को दिन भर सीबीआई की टीम ने स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक से स्कूल और चरही गेस्ट हाउस में पूछताछ की थी। लगभग 19 घंटे से अधिक समय बीत चुका है और अभी भी सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि कुछ अहम एविडेंस सीबीआई के हाथ लगे हैं। वहीं बीते रात कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब्त किए गए थे। आज फिर से उनसे पूछताछ की जा रही है।
वहीं, स्कूल से सीबीआई ने पैकिंग बॉक्स, काटे गए ताले, प्रश्नपत्र का पैकेट और सीसीटीवी फुटेज जब्त किया है। हिरासत में लिए गए प्रिंसिपल और कूरियर स्टाफ को आज पटना ले जाया जा सकता है।
कल सीबीआई ने हजारीबाग में स्कूल समेत तीन जगह निरीक्षण किया
EOU की रिपोर्ट को आधार बनाकर सीबीआई ने 3 घटनास्थल का निरीक्षण किया। मिले सबूतों के आधार पर आरोपी और अभ्यर्थियों के मोबाइल लोकेशन को मिला रही है। आरोपी 6 महीने के अंदर कहां-कहां गए और किनसे मुलाकात की, इसकी जांच भी कर रही है।
स्कूल में नहीं थे प्रिंसिपल, घर जाकर पूछताछ की
सीबीआई की टीम जब ओएसिस स्कूल पहुंची तब प्रिंसिपल वहां नहीं थे। इसके बाद टीम उनके घर का पता पूछ कर, घर पहुंची। यहां टीम ने उनसे पूछताछ की। इसके बाद उन्हें फिर स्कूल कैंपस लेकर आई। जहां उनसे टीम ने कई सवाल किए। पूछताछ के दौरान उनकी भूमिका संदिग्ध मिली। इसके बाद टीम ने उनके घर से दो मोबाइल, एक लैपटॉप, DVR, 4 पेन ड्राइव, कईं इलेक्ट्रॉनिक गैजेटस और डॉक्यूमेंट्स ले गई है।
इन तीन सवालों में उलझे स्कूल प्रिंसिपल
पहला सवाल : EOU की टीम ने जांच में प्रश्नपत्र के पैकेट में टेंपरिंग पाया था। जिस टेंपरिंग को EOU की टीम ने पकड़ लिया। इसकी पड़ताल की जिम्मेदारी आपकी थी। आपसे यह चूक कैसे हो सकती है? ऐसा तो नहीं कि टेंपरिंग की जानकारी आपको पहले से थी? क्योंकि प्रश्नपत्र के पैकेट में बॉटम को पेशेवर तरीके से खोलकर फिर बंद कर दिया गया था।
दूसरा सवाल : पैकेट के बॉटम में कट मार्क्स है। इस सवाल पर भी प्रिंसिपल फंस गए कि यह कट मार्क्स आप ही के स्कूल के पैकेट में पाया गया और आप खुद NTA के सिटी को-ऑडिनेटर हैं। बावजूद इसके यह चूक नहीं हो सकती।
तीसरा सवाल : जब 1:30 बजे एग्जाम हॉल में प्रश्नपत्र पहुंच जाना था तो 15 मिनट देर से छात्रों को कैसे और क्यों मिले?
प्रिंसिपल ने सीबीआई को दी घटनाक्रम की जानकारी
प्रिंसिपल ने सीबीआई को बताया कि परीक्षा के दिन सुबह 8.30 बजे बैंक से प्रन पत्र प्राप्त किया। पांच केंद्रों के प्रश्न पत्र का बॉक्स उन्होंने सेंटर सुपरिटेंडेंट को सौंपा। सेंटर सुपरिटेडेंट और ऑब्जर्वर प्रश्नपत्र लेकर परीक्षा केंद्र गए और कंट्रोल रूम में रखा। दोपहर 1.15 बजे बॉक्स में लगा डिजिटल लॉकर को खुद से खुल जाना था, लेकिन नहीं खुला।
दूसरा ताला मैन्युअल आरी से काटना था। NTA से निर्देश मिलने के बाद 1.30 बजे डिजिटल लॉकर को काट कर खोला गया। 1:30 बजे एग्जाम हॉल में छात्रों को प्रश्नपत्र मिल जाना था, पर उन्हें 1.45 बजे प्रश्नपत्र दिया गया। बॉक्स के अंदर रखे टैंपर प्रूफ पैकेट को सिटी को- ऑर्डिनेटर, अब्जवर, सेंटर सुपरिटेंट, डिप्टी सेंटर सुपरिनटैंडैंट और दो विद्यार्थियों से चेक करने का प्रावधान है। सभी ने चेक किया था।
दो लोगों को बांड भरवा कर छोड़ा
बुधवार को छह घंटे की पूछताछ के बाद शाम 5.45 बजे ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉ एहसानुल हक को चरही स्थित सीसीएल के गेस्ट हाउस ले जाया गया। यहां भी उनसे पूछताछ की गई। इसी क्रम में कई अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ हुई। इसके बाद चरही स्थित सीसीएल के गेस्ट हाउस सीबीआई की एक गाड़ी शाम 8.30 बजे पहुंची।
इस गाड़ी में कुछ लोग और दस्तावेज लेकर टीम पहुंची। इसके कुछ देर के बाद रात करीब 8.45 बजे गेस्ट हाउस से दो गाड़ियां निकली और हजारीबाग की ओर से चली गई। फिर सीबीआई की टीम ने दो लोगों को बांड भरवा कर छोड़ दिया।
8 दिनों की CBI रिमांड में चिंटू और मुकेश
सीबीआई नीट पेपर लीक मामले में नामजद सभी आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेने की तैयारी कर चुकी है। जिससे पेपर लीक से जुड़े सभी जानकारी एकत्रित किया जा सके। पहले चरण में आरोपित चिंटू और मुकेश को सीबीआई ने 27 जून से 4 जुलाई तक 8 दिनों के लिए रिमांड पर लिया है। रिमांड लेने के बाद बुधवार को देर रात तक दोनों आरोपी से सीबीआई लगातार पूछताछ करती रही।
मेरिट में जगह दिलाने के आरोप में गिरफ्तार
कोलकाता के एक शिक्षण संस्थान से जुड़े व्यक्ति को एक छात्र के माता-पिता से पैसे लेकर नीट परीक्षा की मेरिट में जगह दिलाने का वादा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज में सीट दिलाने का भी वादा किया था। पुलिस यह पता लगा रही है कि आरोपी रैकेट में शामिल है या नहीं।
संजीव व यादवेंदु के गांव पहुंची सीबीआई
नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई टीम आरोपी संजीव मुखिया के नालंदा के नगरनौसा और सिकंदर यादवेंदु के समस्तीपुर के बिथान स्थित घर पहुंची। संजीव मुखिया गायब है। यादवेंदु जेल में है। सीबीआई ने संजीव की मां से पूछताछ की। टीम ने समस्तीपुर में आशुतोष और मनीष के घर जाकर भी जानकारी प्राप्त कीl