कोटा में NEET की तैयारी कर रही रीवा की छात्रा ने अपॉर्टमेंट की 9वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। पड़ोस के फ्लैट में रहने वाली महिला ने उसे गैलरी से कूदते हुए देखा। महिला कुछ समझ पाती, उससे पहले ही छात्रा ने छलांग लगा दी। उसका एक दिन पहले ही NEET का रिजल्ट आया था। कम मार्क्स आने से वो डिप्रेशन में चल रही थी। वह बुधवार दोपहर डाउट क्लियर करने क्लास भी गई थी। मामला कोटा (राजस्थान) के जवाहर नगर इलाके का बुधवार शाम 4 बजे का है।
घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें छात्रा छलांग लगाती हुई दिख रही है। एक महिला जैसे ही फ्लैट से निकलकर उसे देखती है, बगिशा छलांग लगा देती है।
मां और भाई के साथ फ्लैट में रहती थी
जवाहर नगर थानाधिकारी हरिमोहन शर्मा ने बताया- बगिशा तिवारी (18) रीवा मध्यप्रदेश के गुढ़ (अनंतपुर) की रहने वाली थी। वह कोटा के जवाहर नगर इलाके की पुखराज एलिमेंट बिल्डिंग की 5वीं मंजिल के फ्लैट नं. 503 में रहती थी। साथ में मां व छोटा भाई भी रहते थे। बगिशा 3 साल से नीट की तैयारी कर रही थी। उसका भाई 11वीं में पढ़ता है। वो भी JEE की तैयारी कर रहा है। छात्रा का एक दिन पहले ही नीट का रिजल्ट आया था।
बिल्डिंग के CCTV खंगाल रही पुलिस
थानाधिकारी ने बताया- छात्रा किस मंजिल से कूदी, इसकी पुलिस जांच कर रही है। छात्रा के नीचे गिरते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई थी। बिल्डिंग के सुरक्षा गार्ड सहित आस-पास के दुकानदार व राहगीर भाग कर आए। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। उसे प्राइवेट हॉस्पिटल लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस बिल्डिंग के आसपास के CCTV कैमरे भी खंगाल रही है।
मां से कहा था- आकर खाना खाऊंगी
बगिशा के भाई पार्थ ने बताया- बुधवार सुबह हम दोनों कोचिंग गए थे। दोपहर 12 बजे वापस घर आ गए थे। दोपहर 2 बजे बगिशा डाउट क्लास गई थी। उसने मां से कोचिंग से आकर खाना खाने की बात कही थी। दोपहर करीब 3.45 बजे उसे मैसेज करके पूछा था कि कितनी देर में आ रही है। उसने कहा- क्लास में हूं कुछ देर में आ जाऊंगी। मुझे भी डाउट क्लास में जाना था। मैं भी तैयार हो रहा था। मां खाना बनाने में लग गईं। कुछ देर बाद पड़ोस के लोगों ने आकर बताया कि बगिशा बिल्डिंग के नीचे गिरी हुई है।
नीट में 720 में आए थे 320 नंबर
पिता विनोद तिवारी रीवा में PWD में इंजीनियर हैं। वे सुबह 7 बजे कोटा पहुंचे थे। उन्होंने बताया- 4 जून को NEET का रिजल्ट आया था। इसमें बगिशा के 720 में से 320 नंबर आए थे। वह नीट की परीक्षा क्लियर नहीं कर पाई थी। उसके बाद 4 जून की रात को उससे बात हुई थी। मैंने उसे कहा- नंबर कम आए हैं तो कोई बात नहीं किसी प्राइवेट कॉलेज में दाखिला दिला देंगे।
बगिशा ने कहा था, मैं 1 साल और तैयारी करना चाहती हूं। पता नहीं ऐसा कैसे कर लिया। वह तो हमेशा बताती थी कि कोटा में सुसाइड के केस आते रहते हैं। बड़ी धार्मिक थी। पूजा-पाठ करती रहती थी। मैंने तो कहा था- चिंता मत करना मेरे पास बहुत पैसा है। पता नहीं ऐसा कदम कैसे उठा लिया।