नई दिल्ली । देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान के बाद विवाद पैदा हो गया है। उन्होंने अपने बयान में दावा किया कि सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह को महात्मा गांधी से कोई समर्थन नहीं मिला। कंगना ने गांधी के अहिंसा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि दूसरा गाल आगे करने से की नीति अच्छी नहीं है। ऐसा करने से 'भीख' मिलती है, न कि आजादी। ज्ञात हो कि महात्मा गांधी पर ऐसी विवादित टिप्पणी करने वाली केवल कंगना ही नहीं हैं, कई और लोग भी अलग-अलग समय पर राष्ट्रपिता पर विविदित टिप्पणी कर चुके हैं।
देश को आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर गाहे-बगाहे नेतागण विवादित बयान देते रहते हैं। इसी कड़ी में अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान ने बड़ा विवाद पैदा कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह को महात्मा गांधी से कोई समर्थन नहीं मिला। कंगना ने गांधी के अहिंसा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि दूसरा गाल आगे करने से की नीति अच्छी नहीं है। ऐसा करने से 'भीख' मिलती है, न कि आजादी। ज्ञात हो कि महात्मा गांधी पर ऐसी विवादित टिप्पणी करने वाली केवल कंगना ही नहीं हैं, कई और नेता भी नेता अलग-अलग समय पर राष्ट्रपिता पर विवादित बयानबाजी करके मुश्किल में पड़ चुके हैं।
भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने सन 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' करार दिया था। साध्वी के इस बयान पर काफी विवाद हुआ था। विवाद बढ़ने के बाद प्रज्ञा को अपने बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी थी। हालांकि, तब पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भले ही प्रज्ञा ने अपने बयान के लिए माफी मांग ली हो, लेकिन वह उन्हें दिल से कभी माफ नहीं करेंगे।
कर्नाटक की उत्तर कन्नड़ सीट से भाजपा सांसद अनंत हेगड़े 2020 में महात्मा गांधी के स्वतंत्रता संग्राम को बनावटी बता दिया था। हेगड़े के बयान के बाद बड़ा विवाद हुआ था। तब भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री हेगड़े को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। हेगड़े के बयान के बाद सरकार ने लोकसभा में सफाई देते हुए कहा था कि हेगड़े को उनके बयान पर खेद जताने की बात कही थी। उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने सुभाष चंद्र बोस पर इस साल एक बयान देते हुए महात्मा गांधी पर भी टिप्पणी कर दी थी।
उन्होंने कहा था सुभाष चंद्र बोस को समय से पहले ही मौत के गाल में भेज दिया गया था. मेरा आरोप है कि कांग्रेस ने ही सुभाष चंद्र बोस की हत्या कराई। बोस की लोकप्रियता के आगे पंडित नेहरू तो कहीं ठहरते ही नहीं थे। महात्मा गांधी भी उनकी लोकप्रियता के आगे कहीं नहीं ठहरते थे। साक्षी महाराज के इस बयान के बाद उनपर विपक्ष ने जमकर हमला बोला था। हरियाणा सरकार में मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल विज ने 2017 में महात्मा गांधी पर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि गांधी का नाम जुड़ने से खादी की दुर्गति हुई थी और अब धीरे-धीरे नोटों से भी गांधी हटेंगे।