ओडिशा के राजभवन में एक कर्मचारी ने राज्यपाल रघुबर दास के बेटे ललित कुमार और उसके साथियों पर मारपीट के आरोप में शिकायत दर्ज कराई है।
कर्मचारी का आरोप है कि उसने ललित को स्टेशन लेने के लिए कार नहीं भेजी थी। इससे नाराज ललित ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजभवन में उनकी लात-घूंसों से पिटाई कर दी।
अब सिलसिलेवार पढ़िए पूरा घटनाक्रम...
शिकायतकर्ता बैकुंठ प्रधान ने 10 जुलाई को राज्यपाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को लिखित शिकायत सौंपी। उन्होंने कहा- वे ओडिशा राजभवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे की तैयारी की निगरानी में जुटे थे।
7 जुलाई की रात करीब 12 बजे वह अपने ऑफिस में काम कर रहे थे। तब राज्यपाल का निजी रसोइया आया और उसने ललित से मिलने के लिए कहा। पीड़ित ने बताया कि जैसे ही मैं ललित के पास पहुंचा उन्होंने मुझे गालियां देना शुरू कर दिया। जब मैंने इसका विरोध किया तो उन्होंने मुझे थप्पड़ मारे।
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने भागकर छिपने की कोशिश भी की। लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें ढूंढ लिया। इसके बाद उन्हें एक कमरे में ले जाया गया जहां ललित ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी पिटाई की।
पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की, मेल करके घटना की जानकारी दी
12 जुलाई (शुक्रवार) को पीड़ित की पत्नी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे 11 जुलाई को पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने गईं थीं। लेकिन उनकी शिकायत स्वीकार नहीं की गई। बाद में पुलिस को मेल करके घटना की जानकारी दी गई।
पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक ललित इस बात से नाराज थे कि प्रधान उन्हें पुरी स्टेशन से लाने के लिए गाड़ियां नहीं भेजी थीं। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि मारपीट के दौरान प्रधान से जूते चाटने को भी कहा गया।
11 जुलाई को पुलिस ने शिकायत के बाद मेडिकल जांच के लिए प्रधान को पुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।