नई दिल्ली । कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया के कई देशों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। ओमिक्रॉन के साथ-साथ कोविड के मामलों में भी बड़ा उछाल देखा गया है। बढ़ते आंकड़ों को देखकर कोविड की तीसरी लहर का खतरा पैदा हो गया है। भारत में 150 से अधिक ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं।
इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (एम्स) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने ओमिक्रॉन को लेकर एक चेतावनी दी है। उन्होंने कहा नए वेरिएंट को देखते हुए भारत को मजबूत तैयारी रखनी चाहिए, हमें कोशिश करनी चाहिए कि ब्रिटेन की तरह यहां हालात खराब न होने पाएं।
डॉ रणदीप गुलेरिया ने यह बात ऐसे समय में कही है जब ब्रिटेन में कोरोना के मामलों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। ब्रिटेन इस समय ओमिक्रॉन की गिरफ्त में है और यहां हर दिन 10,000 के करीब कोविड के मामले सामने आ रहे हैं। डॉ गुलेरिया ने कहा कि हमें पूरी तैयारी करनी चाहिए, ताकि ब्रिटेन की तरह यहां हालात बदतर न होने पाएं। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के प्रभावों और विस्तार के तरीकों के बारे में ज्यादा जानकारी को हमें और अधिक डेटा की जरूरत है।
यूके की स्वास्थ्य एजेंसी ने शनिवार को कोरोना वायरस के नए आंकड़े जारी किए। 24 घंटे में देश में नए वेरिएंट के अतिरिक्त 10,059 मामले सामने आए हैं। अगर ब्रिटेन एक दिन पहले के आंकड़ों की बात करें तो शुक्रवार को 3,201 लोगों में कोविड की पुष्टि हुई थी। इससे समझा जा सकता है कि ओमिक्रॉन की वजह से 24 घंटे में कोरोना वायरस के मामलों में तीन गुने से ज्यादा वृद्धि हुई। गुलेरिया ने कहा कि इसका विस्तार डरावना है। इसे रोकने की हमें कारगर रणनीति बनानी होगी।