यूएन क्लाइमेट समिट में अफगान तालिबान की हिस्सेदारी, पहली बार होगा ऐसा, क्या दुनिया के बदलते रुख का संकेत?

Updated on 10-11-2024 06:48 PM
काबुल: अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के प्रतिनिधि अगले हफ्ते शुरू होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में भाग लेंगे। साल 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता संभालने के बाद ये पहली बार होगा, जब तालिबान का प्रतिनिधि इस स्तर के कार्यक्रम में शामिल होगा। ऐसे में तालिबान के लिए ये बीते तीन साल में सबसे हाई-प्रोफाइल बहुपक्षीय कार्यक्रमों में से एक होगा। अजरबैजान की राजधानी बाकू में COP29 क्लाइमेट समिट (जलवायु शिखर सम्मेलन) हो रहा है।

काबुल पर नियंत्रण के बावजूद संयुक्त राष्ट्र ने तालिबान को महासभा में अफगानिस्तान की सीट लेने की अनुमति नहीं दी है। अफगानिस्तान की सरकार को संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों की ओर से औपचारिक रूप से मान्यता नहीं मिली है। इसकी बड़ी वजह महिलाओं की शिक्षा और निजता की स्वतंत्रता पर तालिबान का प्रतिबंध है। ऐसे में ये बड़ा मौका है, जब दुनिया के मंच पर तालिबान दिखेगा। इसे दुनिया के तालिबान के लिए बदलते नजरिए की तरह से भी देखा जा सकता है।

अजरबैजान में तालिबान अधिकारी


तालिबान अधिकारियों ने दोहा में अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र की बैठकों में भाग लिया है। तालिबान ने पिछले दो वर्षों में चीन और पश्चिम एशिया के मंचों में हिस्सा लिया लेकिन सीओपी के क्लाइमेट समिट ब्यूरो पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन ने 2021 से अफगानिस्तान की भागीदारी पर विचार को स्थगित कर दिय, इससे देश को वार्ता से बाहर कर दिया गया। अफगानिस्तान गैर सरकारी संगठनों को भी हाल के वर्षों में जलवायु वार्ता में भाग लेने के लिए संघर्ष करना पड़ा है।

अफगान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने कहा कि राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के अधिकारी सीओपी सम्मेलन में भाग लेने के लिए अजरबैजान पहुंचे हैं। मामले से परिचित एक राजनयिक सूत्र ने बताया कि अजरबैजान ने अफगान पर्यावरण एजेंसी के अधिकारियों को COP29 में पर्यवेक्षकों के रूप में आमंत्रित किया है। अफगानिस्तान को जलवायु परिवर्तन से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक माना जाता है।

तालिबान को औपचारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के भीतर अफगानिस्तान की वैध सरकार के रूप में मान्यता नहीं दी गई है। ऐसे में अधिकारियों को पूर्ण सदस्यों की कार्यवाही में भाग लेने के लिए प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं हो सकते हैं। इस मामले पर अजरबैजान के राष्ट्रपति ने फिलहाल कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है।

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 21 November 2024
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में मंगलवार रात को सेना की एक पोस्ट पर आत्मघाती हमला हुआ है। इस हमले में 12 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो…
 21 November 2024
इजराइल-हमास जंग के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 19 नवंबर को अचानक गाजा का दौरा किया। यहां वे इजराइली सैन्य ठिकानों पर पहुंचे। रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज भी उनके…
 21 November 2024
रूस-यूक्रेन में तनाव बढ़ने के बाद 3 नॉर्डिक देशों ने युद्ध अलर्ट जारी किया है। नॉर्वे, फिनलैंड और डेनमार्क ने अपने नागरिकों से जरूरी सामानों का स्टॉक रखने और अपने…
 21 November 2024
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना से जुड़े दूसरे मामले (तोशाखाना केस-II) में जमानत मिल गई है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने जमानत के तौर पर 10…
 21 November 2024
न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में हुई सुनवाई में गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों की धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगे हैं। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस का कहना है…
 21 November 2024
भारत सरकार ने कनाडा के अखबार कनाडाई अखबार द ग्लोब एंड मेल की उस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि भारतीय प्रधानमंत्री को…
 21 November 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुयाना में कैरिबियाई देश डोमिनिका ने 'द डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया है। डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने PM मोदी को अपने देश…
 21 November 2024
यूक्रेन के रूस पर ब्रिटिश मिसाइल से हमला करने का दावा किया जा रहा है। रॉयटर्स के मुताबिक बुधवार को यूक्रेन ने रूस पर पहली बार ब्रिटिश मिसाइल स्टॉर्म शैडो…
 20 November 2024
रूस-यूक्रेन जंग के बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहली बार भारत की यात्रा करेंगे। क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI…
Advt.