ओडिशा में नवनिर्वाचित विधायकों का मंगलवार (18 जून) को शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इस दौरान खास नजारा देखने को मिला। पूर्व सीएम BJD प्रेसिडेंट नवीन पटनायक का सामना भाजपा के लक्ष्मण बाग से हुआ। तभी पटनायक ने बाग से कहा, ''ओह, आपने मुझे हरा दिया।" उनके ये कहते ही वहां खड़े सभी लोग हंसने लगे।
नवीन पटनायक ने ओडिशा विधानसभा चुनाव में दो सीटों से चुनाव लड़ा था। इसमें से बोलांगिर जिले की कांटाबांजी सीट पर उन्हें हार सामना करना पड़ा। भाजपा नेता लक्ष्मण बाग ने 16334 वोट से पटनायक को हराया है। बाग को 90876 वोट मिले, वहीं पटनायक को 74532 वोट मिले।
हालांकि, पटनायक ने अपनी पारंपरिक हिंजिली विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था। यहां से उन्हें जीत भी हासिल हुई, लेकिन जीत का अंतर बहुत मामूली 4636 वोट का रहा है।
विधानसभा में क्या हुआ?
17वीं ओडिशा विधानसभा के विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था। इसी दौरान पटनायक विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद सदन से गुजर रहे थे।
उन्हें सामने से निकलता देख पहली बार विधायक बने भाजपा के लक्ष्मण बाग पटनायक के सम्मान में हाथ जोड़कर अपनी सीट से खड़े हो गई। पास की लेन में ओडिशा के नए सीएम मोहन चरण माझी भी खड़े हो गए।
बाग ने पटनायक से पूछा कि आप कैसे हैं? जैसे ही बाग ने अपना परिचय दिया, तभी पटनायक ने जवाब में कहा, "ओह, आपने मुझे हरा दिया।'' पटनायक के ऐसा कहते ही वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे।
CM माझी सहित सभी नेता पटनायक के सम्मान में सीट से खड़े हुए
विधानसभा में CM मोहन चरण माझी और डिप्टी सीएम केवी सिंह देव और प्रवती परिदा सहित पूरा सदन पटनायक का स्वागत करने के लिए अपनी सीटों से खड़ा हो गया। पटनायक बीते 24 साल से ओडिशा के सीएम थे।
पटनायक चुने जा सकते हैं विपक्ष के नेता
हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 78 विधानसभा सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। BJD ने 51, कांग्रेस ने 14), CPI (M) ने 1 और निर्दलीय ने 3 सीटें हासिल की हैं। 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में 82 लोग पहली बार विधायक बने हैं। नवीन पटनायक को सर्वसम्मति से विपक्ष का नेता (LOP) चुना जा सकता है।
भाजपा ने 24 साल 99 दिन का पटनायक राज खत्म किया
BJD के नवीन पटनायक ने 5 मार्च 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से जून 2024 तक वे 5 बार यानी 24 साल 99 दिन तक ओडिशा के CM रहे। अगर इस बार उनकी सरकार बनती तो वे देश में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेते। अभी ये रिकॉर्ड सिक्किम के पवन चामलिंग के नाम है। वे 24 साल 165 दिन तक इस पद पर रहे।
अटल बिहारी वाजपेयी के समय भाजपा और BJD का केंद्र और राज्य में गठबंधन था। 2000 और 2004 में BJD-BJP गठबंधन की सरकार थी। 2009 विधानसभा चुनाव से पहले BJD ने भाजपा से 11 साल पुराना गठबंधन तोड़ लिया था। भाजपा ने इस बार पटनायक राज खत्म कर दिया।