भोपाल । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी के निर्देशन और जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. अखिलेश दुबे के नेतृत्व में डेंगू एवं मलेरिया जन जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति ( एनवीबीडीसीपी) व एम्बेड टीम फैमिली हेल्थ इंडिया द्वारा व्यवहार संचार परिवर्तन कार्यक्रम के अंतर्गत लार्वा सर्वे व साथ ही मोड्यूल व डेंगू पोस्टर के माध्यम से डेंगू एवं मलेरिया लक्षण, संकेत एवं बचाव पर चर्चा की साथ ही ई मोड्यूल के माध्यम से आशा को प्रशिक्षण दिया।
जिला समन्वयक फैमिली हेल्थ इंडिया डॉ.संतोष भार्गव ने बच्चो से कहा कि आप लोग अपने माता-पिता से जरूर बोलना की अपने कूलर और फ्रीज़ की ट्रे, गमला मनी प्लांट का पानी हर सप्ताह साफ करें।, हालांकि अब कूलर बन्द हो गए है अगर उसमें पानी भरा हुआ है तो लाइट का प्लग निकालकर साफ करवाये, सुखाए एवं रख दे, साथ ही कहा कि स्कूल से जाने के बाद सभी अपने घरों में और घर के आस-पास ऐसे स्थानों को देखेंगे जहाँ पानी भरा हुआ हो अगर ऐसा मिलता है तो उस पानी को खाली करना है
या उसमें जला हुआ आयल या मिट्टी का तेल अथवा खाने वाला तेल डालना है, जिससे की तेल की परत पानी मे बनेगी और लार्वा को सांस नही मिलने की स्थिति में वह नष्ट हो जाएगा, यह प्रक्रिया नियमित 7 दिवस में सभी को दोहराना है। छात्रों से कहा कि सभी मास्क लगाकर आये। विद्यालय में चित्र के माध्यम से छात्र और छात्राओं को डेंगू व मलेरिया होने का कारण लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी दी ।
डेंगू एवं मलेरिया पर नियंत्रण पाने हेतु हमे अपने घर से शुरुआत करनी होगी और निश्चित रूप से हम सब नियंत्रण पा सकेंगे। सभी को सैनिटाइजर बांटे गए एवं कोविड से बचाव के बारे में बताया। इस दौरान छात्र व छात्राओं में प्रश्न पूछे जिन्हें उनका उत्तर दिया गया। इस दौरान कार्यक्रम सभी शिक्षक, छात्र एवं छात्राओं उपस्थित रहे।