उमरिया: शहर में युवा कांग्रेस के मशाल जुलूस पर पुलिस ने कार्रवाई की है। कांग्रेस का कहना है कि उन्हें महिलाओं के सम्मान में निकाले जा रहे इस जुलूस की अनुमति मिली थी, जबकि पुलिस का कहना है कि अनुमति नहीं थी। इस घटना में पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया है। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।युवा कांग्रेस ने महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के विरोध में यह मशाल जुलूस निकालने का फैसला किया था। उनका दावा है कि उन्होंने पहले एसडीएम से अनुमति ली थी, जिसे बाद में एडीएम ने रद्द कर दिया। इसके बावजूद युवा कांग्रेस ने प्रदेश संगठन के निर्देश पर जय स्तम्भ चौक से जुलूस निकाला। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की और जब वे नहीं माने तो वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया।
कांग्रेसियों का कहना
युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह गहरवार ने बताया कि हमने प्रदेश संगठन के निर्देश पर महिलाओं के सम्मान में, उन पर हो रहे अत्याचार के विरोध में मशाल जुलूस निकालने की अनुमति एसडीएम से ले लिया था। बाद में उसको एडीएम ने रद्द कर दिया। हमने उनसे कहा भी की हम शांति पूर्ण ढंग से रैली निकलेंगे लेकिन उनने नही सुना।
मार्च में सैकड़ों लोग हुए शामिल
हमने फिर रैली निकाली। इस दौरान पुलिस ने हमारे साथ मारपीट की। इसके अलावा वाटर कैनन का प्रयोग भी किया। इस मार्च में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए थे।
पुलिस का कहना
पुलिस का पक्ष थोड़ा अलग है। एडिशनल एसपी प्रतिपाल सिंह महोबिया के अनुसार कांग्रेस पार्टी का मशाल यात्रा के आयोजन की प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी गई। इस कारण से हमने वहां पुलिस को लगाया। उनसे कहा कि आपको रैली की अनुमति नही है। यदि आप प्रयास करते हैं तो हम आपको गिरफ्तार कर सकते हैं।
आग बुझाने 'पानी' का इस्तेमाल
इसके बाद भी उन्होंने रैली आगे बढ़ाने का प्रयास किया। इसलिए हमने इन सभी को मौके से गिरफ्तार किया। और अभी उनको गिरफ्तार करने के बाद मौके पर मुचलके पर छोड़ा जा रहा है। इसमें कोई घायल नहीं हुआ है। हमने पानी का उपयोग मशाल बुझाने के लिए किया था। कोई वाटर कैनन का उपयोग नही किया गया है।