केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सोमवार शाम एक रिव्यू मीटिंग करने वाले हैं। यह हाइलेवल मीटिंग गृह मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक में शाम 4 बजे होगी। इसमें केंद्रीय गृह सचिव, खुफिया ब्यूरो अधिकारियों के साथ मणिपुर के मुख्य सचिव, मणिपुर DGP, साथ ही सेना और अन्य सुरक्षा बलों के अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।
एक दिन पहले ही गृह मंत्री शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा को लेकर हाई लेवल मीटिंग की है। इसमें उन्होंने अधिकारियों को आतंकवाद और आतंकियों के मददगारों पर सख्त एक्शन के निर्देश दिए हैं।
मणिपुर की राज्यपाल ने की थी शाह से मुलाकात
मणिपुर के हालात पर यह हाईलेवल मीटिंग राज्यपाल अनुसुइया उइके की गृह मंत्री से मुलाकात के एक दिन बाद बुलाई गई है। अनुसुइया ने शाह से मुलाकात के दौरान पूर्वोत्तर राज्य की मौजूदा स्थितियों के बारे में जानकारी दी थी।
मणिपुर में पिछले साल 3 मई से जातीय हिंसा जारी है, जब अखिल आदिवासी छात्र संघ (ATSU) ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में आयोजित रैली में झड़पें हुई थीं।
चुराचांदपुर जिले में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। जो देखते ही देखते पूर्वी-पश्चिमी इंफाल, बिष्णुपुर, तेंगनुपाल और कांगपोकपी समेत अन्य जिलों में फैल गए थे।
जून में एक व्यक्ति की हत्या के बाद कोटलेन में अज्ञात बदमाशों ने मैतेई और कुकी दोनों समुदायों के कई घरों को जला दिया। इसके बाद जिरीबाम के 600 लोग असम के कछार जिले में शरण ले रहे हैं।
मणिपुर में 67 हजार लोग विस्थापित हुए
जिनेवा के इंटरनल डिस्प्लेसमेंट मॉनिटरिंग सेंटर (IDMC) ने रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि साल 2023 में साउथ एशिया में 69 हजार लोग विस्थापित हुए। इनमें से 97 फीसदी यानी 67 हजार लोग मणिपुर हिंसा के कारण विस्थापित हुए थे। रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत में साल 2018 के बाद हिंसा के कारण पहली बार इतनी बड़ी संख्या में विस्थापन देखने को मिला।
4 पॉइंट्स में जानिए- क्या है मणिपुर हिंसा की वजह...
मणिपुर की आबादी करीब 38 लाख है। यहां तीन प्रमुख समुदाय हैं- मैतेई, नगा और कुकी। मैतई ज्यादातर हिंदू हैं। नगा-कुकी ईसाई धर्म को मानते हैं। ST वर्ग में आते हैं। इनकी आबादी करीब 50% है। राज्य के करीब 10% इलाके में फैली इंफाल घाटी मैतेई समुदाय बहुल ही है। नगा-कुकी की आबादी करीब 34 प्रतिशत है। ये लोग राज्य के करीब 90% इलाके में रहते हैं।