गुरुवार रात को एक निजी होटल में भाजपा पार्षदों की और संगठन पदाधिकारी की बैठक हुई। इसमें वे पार्षद भी शामिल थे, जो लंबे समय से संगठन से नाराज चल रहे थे। बैठक में 32 पार्षद ने अविश्वास प्रस्ताव लाने पर सहमति प्रदान करते हुए हस्ताक्षर कर दिए।
32 पार्षद उन्हें प्रस्ताव पर सहमति दे दी। भाजपा जिला अध्यक्ष ने नाराज चल रहे 7 पार्षदों को समझाइश दी की नया निगम अध्यक्ष सब की सहमति से बनाया जाएगा। इसके बाद सभी पार्षदों में सहमति दे दी। बता दें कि 2022 में नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के 26 और भाजपा के 18 पार्षद और चार निर्दलीय पार्षद जीते थे, दो पार्षदों ने भाजपा को समर्थन कर दिया वहीं दो पार्षदों ने कांग्रेस का दामन थामा। इसके बाद आप और विक्रम अहके और सभापतियों के भाजपा में जाने के बाद अब भाजपा के पास 34 और कांग्रेस के पास 14 पार्षद बचे हैं।