नई दिल्ली । सेकेंड जेनरेशन रेनॉल्ट कोलियोस को भारत में पेश करने की तैयारी है, जिसमें बेहतर लुक और लेटस्ट फीचर्स देखने को मिलेंगे। रेनॉल्ट कोलियोस को हाल ही में भारतीय सड़कों पर देखा गया है और यह रेनॉल्ट डस्टर से काफी अलग है। चूंकि इस मिडसाइज एसयूवी को किसी तरह के ढका नहीं गया था, ऐसे में उसके लुक और डिजाइन के साथ ही फीचर्स की पूरी झलक दिखती है।
कोलियोस को रेनाल्ट निसान अलायंस में तैयार सीएमएफ सी/डी प्लैटफॉर्म पर डिवेलप किया जाएगा। इस प्लैटफॉर्म पर तैयार कारें यूरोपीय देशों में बिकती हैं। रेनॉल्ट कोलियोस में ढेर सारे लेटेस्ट फीचर्स देखने को मिलेंगे और यह लोगों के सामने रेनॉल्ट ट्राइबर, रेनॉल्ट काइगर और रेनॉल्ट क्विड से बेहतर विकल्प के रूप में आएगी। रेनॉल्ट कोलियोस के लुक और डिजाइन की बात करें तो रेनॉल्ट के सिग्नेचर ग्रिल और क्रोम के साथ ही स्लिम एलईडी हेडलैंप, सी शेप के लेड डीआरएल, स्लिम रैपअराउंड टेललैंप क्लस्टर, शार्क फिन एंटिना, फॉक्स ट्वीन डिफ्यूजर, बड़ा मैटलिक बैश प्लेट समेत कई खास एक्सटीरियर फीचर्स देखने को मिलेंगे। इस अपकमिंग मिडसाइड एसयूवी के इंजन और पावर की बात करें तो इसे दो पेट्रोल और दो डीजल इंजन के साथ पेश किया गया है, जो कि 130 बीएचपी और 175 बीएचपी तक की पावर जेनरेट करता है। इसमें 6 स्पीड मैनुअल और रेनॉल्ट-निसान के खास एक्स-ट्रोनीक सीवीटी गियरबॉक्स देखने को मिलेंगे।
बता दें कि भारत में ह्यूंदै क्रेटा, किआ सेल्टॉस, टाटा हैरियर, एमजी हेक्टर समेत अन्य पॉपुलर मिडसाइज एसयूवी की बंपर डिमांड देखते हुए रेनॉल्ट एक बार फिर से इस सेगमेंट में एंट्री की कोशिश में है। मिडसाइज एसयूवी रेनॉल्ट कोलियोस को हाल ही में टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। इस एसयूवी को साल 2011 में इंडियन मार्केट में पेश किया गया था, लेकिन यह लोगों को अपनी ओर आकर्षित नहीं कर सकी।