मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित NEET UG परीक्षा से संदेह के बादल छंट नहीं रहे हैं। NTA भले 1563 छात्रों को ग्रेस अंक देने का फैसला पलटकर दाेबारा परीक्षा करवा रही हो, लेकिन कई मुद्दे हैं, जो NTA की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।
सबसे बड़ा मुद्दा पेपर लीक और इसे लेकर हुए बड़े लेनदेन का है। NTA और खुद केंद्रीय शिक्षा मंत्री इससे इनकार कर चुके हैं, लेकिन बिहार के पटना में पेपर लीक और गुजरात के गोधरा में अभ्यर्थियों को पास कराने के एवज में 10-10 लाख वसूले जाने के सबूत और मनचाहा सेंटर अलॉट होना परीक्षा में गहरी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं।
इस बीच, NTA अब तक बिहार और गुजरात पुलिस को नीट का मूल प्रश्न पत्र उपलब्ध नहीं करवा पाया है। बिहार की जांच एजेंसी EOU के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि NTA ने जांच के लिए सबसे जरूरी मूल प्रश्न पत्र नहीं भेजे हैं। इस वजह से जले हुए टुकड़ों का मिलान नहीं कर पाए हैं।
वहीं गुजरात पुलिस की भी NTA से यही शिकायत है। पंचमहाल पुलिस के मुताबिक मई से अब तक NTA ने सहयोग नहीं किया। पुलिस टीम शुक्रवार को दिल्ली पहुंची है। NTA ने 16 में से बिहार, झारखंड, ओडिशा के 10 छात्रों का भी ब्योरा गुजरात पुलिस से साझा नहीं किया है, जो 1000 किमी दूर मनचाहे सेंटर पर परीक्षा देकर नीट पास करने के हिस्सेदार थे।
नीट फर्जीवाड़े को लेकर 6 बड़े सवाल...
सवाल 1. गोधरा: 16 छात्रों ने 10-10 लाख दिए, सेंटर भी चुना
ओडिशा, कर्नाटक, झारखंड के 16 छात्रों को गुजरात के गोधरा में जय जलाराम स्कूल का मनचाहा सेंटर कैसे मिला, जबकि उनके राज्यों में सेंटर थे? नियम है कि छात्र 100-150 किमी दूर तक केंद्र चुन सकते हैं, जबकि यहां दूरी 1000 किमी से अधिक है? पुलिस 5 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। 2.30 करोड़ के 16 चेक बरामद हुए हैं। मुख्य आरोपी तुषार भट्ट ने कबूल किया है कि दूसरे राज्यों के 16 छात्रों से नीट परीक्षा पास कराने के लिए 10-10 लाख रुपए लिए थे।
सवाल 2. बिहार: 4 घंटे पहले माफिया तक कैसे पहुंचा पर्चा
पटना में जेल भेजे गए चार अभ्यर्थियों यह कबूल कर चुके हैं कि उन्हें नीट परीक्षा से चार घंटे पहले प्रश्नपत्र और उत्तर मिल गया था। इसका प्रिंट आउट लिया गया और 5 मई को सुबह 10 बजे रटाना शुरू किया गया। पुलिस ने यहीं से जले प्रश्न पत्र और एक ही बुकलेट नंबर 6136488 की तीन कॉपी बरामद की हैं। पुलिस पेपर लीक का केस दर्ज कर चुकी है। पर्चा आउट नहीं हुआ तो माफिया तक कैसे पहुंचा? माफिया ने पुलिस की रेड से पहले प्रश्नपत्रों को क्यों जला दिया?
सवाल 3. छात्रों को किस आधार पर ग्रेस मार्क्स दिए गए
हरियाणा के झज्जर में हरदयाल पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल अंशु यादव ने कहा कि उनके यहां 504 छात्रों ने परीक्षा दी। किसी का एक मिनट बर्बाद नहीं हुआ। सवाल उठता है कि इन छात्रों को किस आधार पर समय बर्बाद होने के ग्रेस अंक दिए? अब ग्रेस अंक वापस लिए तो परीक्षा के लिए क्यों मजबूर किया जा रहा?
सवाल 4. क्या ग्रेस मार्क्स देने के लिए NTA की गवर्निंग बॉडी से इजाजत ली गई
एनटीए ने समय खराब होने के चलते 1563 छात्रों को अलग -अलग ग्रेस अंक दिए। क्या इसके लिए NTA की गवर्निंग बॉडी से मंजूरी ली गई थी? किस अधिकारी के फैसले पर क्लैट में समय खराब होने के बदले ग्रेस अंक के फॉर्मूले को नीट में अपनाया गया? जबकि क्लैट ऑनलाइन तो नीट ऑफलाइन हुई थी।
सवाल 5. रजिस्ट्रेशन विंडो बंद होने के बाद 9 अप्रैल को एक दिन के लिए क्यों खोली गई
एनटीए ने नीट की आवेदन तारीख एक हफ्ते के विस्तार के बाद 16 मार्च को बंद कर दी थी। फिर अचानक 9 अप्रैल को एक दिन के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो क्यों खोली गई? इस 24 घंटे में जिन छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया, उनमें से कितने छात्र क्वालिफाई हुए? क्या इनमें से कुछ टॉप रैंकर भी बने?
सवाल 6. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले नीट काउंसिंलिंग शुरू क्यों हो रही है
सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को अपना जवाब देने के लिए अगली सुनवाई की तारीख 8 जुलाई दी है और नीट की काउंसिलिंग 6 जुलाई से शुरू हो रही है। अगर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने नीट परीक्षा के खिलाफ फैसला दिया या इस पर रोक लगाने का मुद्दा उठा तो काउंसिलिंग का क्या होगा?
NTA को लेकर शिक्षा मंत्री प्रधान बोले- दोषी अफसरों पर कार्रवाई होगी
पद संभालते ही नीट मामले में NTA को क्लीन चिट देने के 24 घंटे के भीतर ही शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने परीक्षा एजेंसी की जवाबदेही तय करने और दोषी अधिकािरयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का बयान देकर हैरानी में डाल दिया है। शिक्षा मंत्री ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उन्होंने किस आधार पर NTA को क्लीन चिट दी थी और एक दिन में ही किस जांच के आधार पर एजेंसी को कठघरे में खड़ा कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट में 3 याचिकाओं पर सुनवाई; CBI जांच की मांग, नोटिस
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे को लेकर याचिकाओं का अंबार लग गया है। अब तक देश के न्यायालयों में नीट परीक्षा को लेकर कम से कम 41 याचिकाएं लगाई गई हैं। नीट 2024 में पेपर लीक के आरोपों को लेकर CBI जांच की मांग वाली तीन याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने NTA को नोटिस जारी किया है।
जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस संदीप मेहता की अवकाशकालीन पीठ ने NTA को 2 सप्ताह में जवाब देने को कहा है। कोर्ट ने इन याचिकाओं को पूर्व में दायर याचिकाओं के साथ टैग करने का निर्देश भी दिया। अब सुनवाई 8 जुलाई को होगी।