लुधियाना । एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट विभाग द्वारा ट्रांसपोर्ट ग्रुप और फास्टवे ग्रुप के लुधियाना स्थित कारोबारी गुरदीप सिंह के अहाते की तलाशी लेने के बाद इनकम टैक्स विभाग के इन्वेस्टिगेशन विंग ने उनके घरों और दफ्तरों पर छापेमारी की। लुधियाना, दिल्ली, हरियाणा के गुरूग्राम, हिमाचल प्रदेश के शिमला और राजस्थान के कोटा समेत 12 स्थानों पर आई.टी. छापेमारी की जा रही है।
छापेमारी में लुधियाना का घर शामिल है, जबकि बाकी कमर्शियल अहाते हैं। विभागीय अधिकारियों ने इस कार्यवाही पर चुप्पी साधी हुई है और बार-बार संपर्क करने के बावजूद किसी भी उच्च अधिकारी ने कार्यवाही की जानकारी नहीं दी।
जानकारी के अनुसार ई.डी. की छापेमारी गुरूवार और शुक्रवार देर रात खत्म हुई और टीमें गुरदीप सिंह के सभी ठिकानों से रवाना हुई पर शुक्रवार को इनकम टैक्स अधिकारियों और पुलिस कर्मचारियों ने 12 ठिकानों पर छापेमारी की। शहर के कई लोग इनकम टैक्स के इस छापे को गुरदीप सिंह के विरुद्ध ई.डी. की कार्यवाही के साथ जोड़ रहे थे, वही सूत्रों ने दावा किया की आमदन छिपाने या इनकम टैक्स की उल्लंघना के शक के आधार पर वह विभाग के जांच विंग के राडार पर था।
इस मामले में भी ई.डी. और इनकम टैक्स दोनों केंद्र के हैं। इस कारण वह विभाग के लिंक में हैं जिस कारण एक के बाद दूसरा विभाग कार्यवाही करने के लिए पहुंचता है।
आपको बता दें कि फास्टवे का मुख्य दफ्तर लुधियाना ग्रैंड वॉक मॉल की 5वीं मंजिल पर स्थित है। इनकम टैक्स का दफ्तर भी इसी मॉल में स्थित है, जबकि ग्रेड वॉक के मालिक गुरदीप सिंह है। लुधियाना में लगातार हो रही कार्यवाही के कारण डर का माहौल बना हुआ है।
मामला बेनामी जायदाद के साथ जुड़ा हो सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार यह छापेमारी बेनामी जायदाद के साथ संहंधीत बताई जा रही है। विभाग को और शक है कि वह लम्बे समय से बड़े स्तर पर बेनामी जायदाद खरीद रहा है, जिसके लिए विभाग ने उसे जांच के घेरे में लिया है।