झारखंड ATS ने दिल्ली पुलिस के साथ गुरुवार को रांची, हजारीबाग और लोहरदगा में 16 जगहों पर छापेमारी की। इसके बाद 9 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
इसमें रांची के मेडिका अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर कार्यरत डॉ. इश्तियाक अहमद को भी ATS ने पकड़ा है। रांची के जोड़ा तालाब स्थित अपार्टमेंट से पकड़ा गया डॉ. इश्तियाक 6 साल से रेडियोलॉजिस्ट के पद पर था।
ATS का दावा है कि डॉ. इश्तियाक अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट आतंकी संगठन का मास्टरमाइंड है। वह भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने का मंसूबा रच रहा था।
रांची के चान्हो से 4 लोग हिरासत में, 3 नहीं मिले
ATS ने चान्हो के 6 स्थानों में दबिश दी। 4 लोगों को हिरासत में लिया। 3 लोग नहीं मिले। हिरासत में लिए गए लोगों में बलसोकरा का मो. मोदब्बीर, मो. रिजवान, चटवल का मफ्ती रहमतुल्लाह मजहिरी और पिपराटोली का मतिउर रहमान शामिल है। वहीं एनामुल अंसारी और शहबाज घर में नहीं मिले।
परिजनों ने बताया गया कि 'एनामुल परीक्षा देने दिल्ली गया है। शहबाज तबलीगी जमात में गया है।' टीम ने हजारीबाग के लोहसिंघना चौक से फैजान अहमद (45) को हिरासत में लिया है। फैजान काे डॉ. इश्तियाक अहमद का करीबी बताया जा रहा है।
हथियार, लैपटॉप, कई मोबाइल फोन मिले
ATS ने इन ठिकानों से हथियार, लैपटॉप, कई मोबाइल फोन और कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए है। आईजी (अभियान) अमोल वेणुकांत होमकर ने बताया कि टिप मिली थी कि अलकायदा से जुड़े लोग युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे हैं। इनका इस्तेमाल भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए भर्ती करना है।
इश्तियाक अहमद ने रांची रिम्स से एमबीबीएस किया है
डॉ. इश्तियाक अहमद ने रिम्स से एमबीबीएस की पढ़ाई है। मेडिका अस्पताल में उसने तीन साल तक फुल टाइमर के रूप में अपनी सेवा दी। इसके बाद पिछले तीन साल से वह पार्ट टाइम में आकर मरीजों को देखता था। उसका अस्पताल आने का समय शाम में 4.30 बजे के बाद था। शाम सात बजे तक वह काम करता था। उसका हजारीबाग में भी क्लिनिक है। अस्पताल में वह इतना सरल और सहज रहता था कि उसके पकड़े जाने पर सहयोगियों को भी विश्वास नहीं हो रहा है।
राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश तक फैला नेटवर्क
डॉ. इश्तियाक आतंकवाद की दुनिया में कैसे पहुंचा, इसका खुलासा अभी होना बाकी है। लेकिन लंबे समय से उसका इरादा देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और गंभीर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने का था। अभी वह अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट के लिए काम कर रहा था।
भारत में आतंक फैलाने के साथ-साथ इसे इस्लामिक स्टेट में बदलना चाहता है। उसने गिरोह का नेटवर्क झारखंड, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में फैला दिया है। कई युवाओं को संगठन में जोड़ चुका है।
जमशेदपुर के मानगो और आजाद नगर में गश्ती बढ़ी
ATS की पूछताछ में इश्तियाक अहमद ने बताया कि 'उसके पिता गुलाम मुस्तफा जमशेदपुर के मानगो आजाद बस्ती के रहने वाले हैं।' ATS ने बयान की जांच के लिए पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी किशोर कौशल को निर्देश दिया है। एसएसपी ने देर रात भास्कर से कहा कि जमशेदपुर में अभी तक उसका कोई लिंक नहीं मिल पाया है। हालांकि मानगो और आजाद नगर में गश्ती बढ़ा दी गई है।