नई दिल्ली । भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा, वृहद आर्थिक आंकड़ों और कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर अनिश्चितता की वजह से इस सप्ताह शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव रहने के आसार हैं। सप्ताह के दौरान रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक है, जो मुख्य रूप से शेयर बाजारों को दिशा देगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। विश्लेषकों का कहना है कि यह सप्ताह काफी घटनाक्रमों वाला रहेगा। मौद्रिक समीक्षा के अलावा सप्ताह के दौरान कई वृहद आर्थिक आंकड़े भी आने हैं।
बाजार के जानकारों का कहना है कि ओमीक्रोन को लेकर काफी खबरें आ रही हैं, जो बाजार में अनिश्चितता पैदा कर रही हैं। वहीं घरेलू मोर्चे पर मौद्रिक समीक्षा बैठक महत्वपूर्ण होगी। केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के नतीजे आठ दिसंबर को आएंगे। इस सप्ताह औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और मुद्रास्फीति के आंकड़े भी आने वाले हैं। हालांकि, ये आंकड़े शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद जारी किए जाएंगे। भारत में ओमीक्रोन का पहला मामला सामने आने के बाद शुक्रवार को शेयर बाजारों में गिरावट आई थी। विश्लेषकों का अनुमान है कि इस सप्ताह बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहेगा। सप्ताह के दौरान कई महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े आने हैं। बाजार भागीदारों की नजरें रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा पर रहेगी। वृहद आर्थिक मोर्चे पर 10 दिसंबर को आईआईपी तथा मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं।
उन्होंने कहा कि कई आर्थिक आंकड़ों तथा घटनाक्रमों की वजह से बाजार भागीदारों को इस सप्ताह में उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए। बाजार के खिलाड़ी रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा के नतीजों से चीजों को समझने की कोशिश करेंगे। पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 589.31 अंक के लाभ में रहा। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक इस सप्ताह होने वाली है। आने वाले दिनों में यह बाजार के लिए एक प्रमुख उत्प्रेरक रहेगी। वायरस के नए स्वरूप के बीच निवेशकों को मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के नतीजों का इंतजार रहेगा। उन्होंने बताया कि सप्ताह के दौरान नवंबर के मुद्रास्फीति आंकड़े तथा अक्टूबर के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े आएंगे।