राजधानी में दुर्गा उत्सव व दशहरा पर्व में सुरक्षा व्यवस्था के चलते पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने सोमवार को पुलिस अधिकारियों कर बैठक ली और नवदुर्गा उत्सव पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की, उन्होंने गुंडे-बदमाशों तथा आदतन अपराधियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने और सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दुर्गा प्रतिमा स्थापना, रामलीला, गरबा महोत्सव, पथ संचलन, चल समारोह, दशहरा महोत्सव, रावण दहन और प्रतिमा विसर्जन की थाना स्तर पर समीक्षा की जाए। इस दौरान सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया कि अपने- अपने क्षेत्रों में दुर्गा पंडाल, गरबा स्थल पर सीसीटीवी केमरे, लाईटिंग और जुलूस मार्ग व प्रतिमा विसर्जन स्थल का निरीक्षण अनिवार्य रूप से कर लें।
पुलिस आयुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित इस समीक्षा बैठक में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, समस्त पुलिस उपायुक्त, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त एवं थाना प्रभारी मौजूद रहे। नगर रक्षा समिति एवं गणमान्य नागरिकों की बैठक आयोजित कर शासन एवं वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशों से अवगत कराएं। प्रतिमा स्थलों वाले क्षेत्रों में निरंतर गश्त करते रहें। गरबा एवं झांकी स्थल पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष रूप से महिला पुलिस बल भी तैनात करें। इसके साथ ही वालंटियर एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों का सहयोग लें। पुलिस आयुक्त ने कहा कि असामाजिक तत्वों एवं सोशल मीडिया पर नजर रखें तथा गुंडे-बदमाशों और आदतन अपराधियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करें। किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम एवं वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें।
पंडालों में ना बजाएं अश्लील गाने, हिंदू संगठन ने पुलिस को लिखा पत्र इधर, जय मां भवानी हिंदू संगठन ने नवरात्रि में झांकी समितियों पचं चल समारोह में अश्लील फिल्मी गाने बजाने पर दंडात्मक कारवाई के संबंध में पुलिस को आवेदन दिया है। संगठन के जिला अध्यक्ष शुभम हिंदू ने आवेदन में लिखा है। हिंदुओं के पवित्र धार्मिक उत्सव नवरात्रि का कार्यक्रम हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। पिछले कुछ वर्षों से इस पवित्र त्यौहार के दौरान कुछ असामाजिक अश्लील फिल्मी गाने बजा कर धार्मिक आयोजन की गरिमा को भंग करने का प्रयास किया जा रहा है। पंडालों में अश्लील गाने बजाने महिलाओं एवं श्रद्धालुओं को असहजता का सामना करना पड़ता है। पिछले वर्ष भी एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या ने इस विषय को और गंभीर बना दिया था। आपसे विनम निवेदन है कि ऐसे असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही, थाने स्तर पर एक बैठक आयोजित कर डीजे संपालकी और झांकी समितियों को जागरूक किया जाए, ताकि नवरात्रि का पवित्र आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।