नई दिल्ली। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद दिल्ली के अकबर रोड का नाम बदलकर उनके नाम पर रखने की मांग हो रही है। इस बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भी एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कैंटोमेंट जोन की सड़कों और भवनों के नाम को बदलकर बहादुर सैनिकों और आधुनिक भारत के निर्माताओं के नाम पर रखने पर जोर दिया है।
दिल्ली में रक्षा संपदा दिवस पर एक कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय रक्षा मंत्री ने गुरुवार को कहा कि कैंटोमेंट क्षेत्रों में अभी कई ऐसी सड़कें और इमारतें हैं जिनका नाम ब्रिटिश क्राउन के प्रति वफादार ब्रिटिश अधिकारियों और सैनिकों के नाम पर रखा गया था।
उन्होंने आगे कहा कि रक्षा मंत्रालय और डीजीडीइ को हमारे बहादुर सैनिकों और आधुनिक भारत के निर्माताओं के नाम पर उनका नाम बदलने पर विचार करना चाहिए।इसके अलावा राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा संकल्प होना चाहिए कि सीडीएस के पद के सृजन, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स की स्थापना व इस तरह के अन्य रिफॉर्म के साथ हमारी सरकार ने सशस्त्र बलों को सुदृढ़ और सशक्त बनाने का जो सिलसिला शुरू किया था उसमें पूरा योगदान दें।
बता दें कि तमिनलाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद दिल्ली के अकबर रोड का नाम बदलकर उनके नाम पर रखने की मांग की जा रही है। इसके लिए दिल्ली नगर निगम परिषद के एक सदस्य गिरीश सचदेवा ने काउंसिल की बैठक के लिए यह प्रस्ताव भी भेज दिया है। यह बैठक 22 दिसंबर को होने वाली है जिसमें इस प्रस्ताव पर निर्णय लिया जाएगा। गिरीश रावत ने कहा कि जनरल बिपिन रावत को श्रद्धासुमन अर्पित के लिए ऐसा कदम उठाया जाना चाहिए।