नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के विधायक और शरद पवार के पोते रोहित पवार ने सोमवार को दावा किया है कि NCP (अजित गुट) के 19 विधायक उनके संपर्क में हैं। विधानसभा के मानसून सत्र के बाद वे पाला बदलने को तैयार हैं।
रोहित ने कहा कि ये विधायक अभी पाला नहीं बदल सकते, क्योंकि ऐसा करने पर इन्हें मानसून सत्र का फंड नहीं मिलेगा। मानसून सत्र के बाद पार्टी सुप्रीमो और दादा शरद पवार फैसला लेंगे कि इनमें से किसे पार्टी में लेना है और किसे नहीं।
हालांकि, शरद पवार ने 15 जून को MVA की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि जो नेता पार्टी छोड़कर गए हैं, उन्हें वापस नहीं लेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र 27 जून से 12 जुलाई तक चलेगा। विधानसभा की 288 सीटों पर अक्टूबर में चुनाव हो सकते हैं। महाविकास अघाड़ी (शिवसेना (UBT), NCP (SCP), कांग्रेस) साथ में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुका है।
2019 के विधानसभा चुनाव में NCP ने 53 सीटें जीती थीं। जुलाई 2023 अजित पवार ने पार्टी तोड़ी और 41 विधायकों के साथ NDA में मिल गए। NDA की महायुति सरकार में उन्हें डिप्टी CM बनाया गया।
रोहित बोले- लोकसभा में कांग्रेस-शिवसेना (UBT) को ज्यादा सीटें दीं, अब हमें चाहिए
विधानसभा चुनाव के लिए MVA में सीट शेयरिंग को लेकर रोहित पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमने शिवसेना (उद्धव गुट) और कांग्रेस को ज्यादा सीटें लड़ने के लिए दी थीं। हमें उम्मीद है कि अब विधानसभा चुनाव में ये दोनों पार्टियां हमें ज्यादा सीटें लड़ने देंगी। हालांकि, सीट शेयरिंग का फाइनल फैसला तीनों पार्टियों के हाईकमान द्वारा लिया जाएगा।
रोहित पवार ने कहा है कि NCP से राज्यसभा सांसद प्रफुल पटेल ने कहा कि अगले कैबिनेट विस्तार में वे केंद्रीय मंत्री बनेंगे। इसका मतलब है कि अजित पवार की पार्टी पर प्रफुल पटेल का पूरा नियंत्रण है। अजित पवार ने जनता की भलाई के लिए पार्टी बदली थी या प्रफुल पटेल को ED से बचाने के लिए NCP तोड़ी थी।
MVA में मतभेद की भी चर्चा, 3 पॉइंट्स...
लोकसभा में 288 विधानसभा क्षेत्रों में से 150 पर I.N.D.I.A का वोट ज्यादा
लोकसभा के नतीजों को देखें तो 288 विधानसभा क्षेत्रों में से 150 पर इंडिया का वोट ज्यादा रहा। सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने अजित के 30 विधायकों को टारगेट करते हुए उनके खिलाफ मजबूत प्रत्याशी तय किए हैं। अजित गुट के कुछ विधायक फिर पवार पास लौटना चाहते हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद अजित की बैठक में 5 विधायक गैरहाजिर भी रहे थे।
NDA में विधानसभा सीटों की शेयरिंग पर विवाद संभव
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 4 महीने बचा है। सूत्रों के अनुसार शिंदे या अजित गुट के विधायक तुरंत दल नहीं बदलेंगे। वे 4 महीनों में सत्ता मे रहकर क्षेत्र के लिए बड़ा फंड लेंगे। विधानसभा चुनाव करीब आने पर दल-बदल दिख सकता है।