नई दिल्ली। बीते दिनों राजस्थान में एक रैली के दौरान कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद को हिंदू तो बताया था, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह हिंदुत्ववादी नहीं हैं। उनके इस बयान पर जमकर सियासी घमासान मचा। भाजपा ने तो उन्हें आड़े हाथों लिया ही, ओवैसी और केरल के सीएम तक ने भी उन्हें घेरा। इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस ) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार उन्हें हिंदुत्व का मतलब समझाया है।
आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने क्रिसमस के एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ''हिंदुत्व के बिना हिंदू जीवित नहीं रह सकता। उन्होंने (कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने) हिंदू और हिंदुत्व शब्दों में अंतर करके शरीर को उसकी आत्मा से अलग कर दिया है। उनके पास बहुत कम ज्ञान है। राजस्थान में कांग्रेस की महंगाई के खिलाफ महारैली में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर तीर चलाए थे। रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश की राजनीति में दो शब्दों की टक्कर चल रही है।
एक एक शब्द है हिंदू और दूसरा शब्द है हिंदुत्ववादी। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई की वजह हिंदुत्ववादी हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि वह हिंदू और हिंदुत्ववादी के बीच के अंतर को स्पष्ट करना चाहते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मैं हिंदू हूं, लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हिंदू थे, लेकिन गोडसे हिंदुत्ववादी था। राहुल ने कहा कि कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढता है।
राहुल गांधी ने कहा कि देश में हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं। उन्होंने कहा कि देश में हिंदू रहते हैं, लेकिन हिंदुत्ववादी देश को चला रहे हैं। हमें एक बार फिर इन हिंदुत्वादियों को बाहर निकालना है, हिंदुओं का राज लाना है।