14 अप्रैल को सलमान खान के बांद्रा स्थित घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग हुई थीं। घटना के दो महीने बाद सलमान ने मुंबई पुलिस को बयान दिया है।
सलमान ने पुलिस से कहा- 'बार-बार अलग-अलग लोगों के निशाने पर आने से मैं थक गया हूं। पहले भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं, जुर्माने लगे हैं। कई केसों में फंसा हूं। मैं फ्रस्टेटेड हो चुका हूं। मैं पहले से ही कोर्ट से सजा पा चुका हूं।'
एक्टर ने बताया कि 14 अप्रैल की सुबह गोलियों की आवाज सुनकर ही उनकी नींद खुली थी। वे बालकनी में आए, लेकिन वहां कोई नहीं था।
1998 में सलमान ने फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान काले हिरण का शिकार किया था। बिश्नोई गैंग तभी से लगातार सलमान को टारगेट कर रहा है।
सलमान से तीन और भाइयों से दो घंटे हुई पूछताछ
घटना के वक्त अरबाज खान अपने जुहू स्थित घर पर मौजूद थे। उन्होंने अपने बयान में पुलिस से कहा है कि वे पूर्व में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से अपने भाई को मिली धमकियों के बारे में जानते थे।
पुलिस ने सलमान से तीन और उनके भाई से दो घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान उनके भाइयों से करीबन 150 सवाल किए गए।
हालांकि, उम्र के कारणों से सलमान के पिता सलीम खान का स्टेटमेंट दर्ज नहीं किया गया। 88 साल के सलीम खान भी घटना के वक्त घर पर मौजूद थे। क्राइम ब्रांच जरूरत पड़ने पर उनसे पूछताछ करेगी।
लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप ने ली थी हमले की जिम्मेदारी
मुंबई पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, 14 अप्रैल को सलमान के घर पर दो बाइक सवार हमलावरों ने 4 राउंड फायर किए थे। फायरिंग जिस बंदूक से की गई थी, वो 7.6 बोर की बंदूक थी। फोरेंसिक एक्सपर्ट को मौके से एक लाइव बुलेट मिला था। इस हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप ने ली थी।
पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन सभी आरोपियों पर मकोका की धाराएं लगाई गई थीं। मामले में गिरफ्तार हुए एक आरोपी अनुज थापन ने पुलिस कस्टडी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। अनुज ने इस मामले में फायरिंग करने वालों को हथियार मुहैया करवाए थे। आरोपी अनुज थापन के सुसाइड की जांच राज्य की CID को सौंपी गई।
सलमान की हत्या के लिए पाकिस्तान से मंगवा रहे थे AK-47
गैलेक्सी अपार्टमेंट में फायरिंग करने के बाद लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह दोबारा सलमान खान पर हमला करवाने की प्लानिंग कर रहा था। बीते 1 जून को इस मामले में नवी मुंबई पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
चारों आरोपियों की पहचान धनंजय उर्फ अजय कश्यप, गौरव भाटिया उर्फ कन्हाई, वसीम खान उर्फ वसीम चिकना और जीशान खान उर्फ जावेद खान के तौर पर हुई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबित, ये लोग पनवेल में सलमान की कार पर अटैक करने की प्लानिंग कर रहे थे। इसके लिए इन्होंने पाकिस्तान से AK-47 समेत कई हथियार मंगवाने की प्लानिंग की थी।
टर्की से मंगवाई जिगाना पिस्टल, इसी से हुआ था सिद्धू मूसेवाला का कत्ल
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई गैंग सलमान को टर्की मेड जिगाना पिस्टल से मारने का प्लान बना रहे थे। इसी पिस्टल से पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का भी मर्डर किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, चारों आरोपी अटैक करने के लिए पाकिस्तानी सप्लायर के जरिए भी हथियार मंगवाने की योजना बना रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावर AK-47, M-16 और AK-92 मंगवाने की कोशिश कर रहे थे।
सलमान खान पर रखी जा रही थी नजर
इन्होंने एक्टर के फार्म हाउस और कई शूटिंग स्पॉट्स समेत गोरेगांव फिल्म सिटी की भी रेकी की थी। मुंबई, रायगढ़, नवी मुंबई, थाने, पुणे और गुजरात से आने वाले लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा गैंग के तकरीबन 60 से 70 गुर्गे सलमान खान पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस को गिरफ्तार हुए आरोपियों के मोबाइल से ऐसे कई वीडियोज भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने कई फोन और सिमकार्ड भी बरामद किए गए हैं।
नाबालिग के जरिए करवाते सलमान पर अटैक
ये नाबालिगों के जरिए सलमान पर अटैक करने का प्लान बना रहे थे। अटैक के बाद इनका प्लान बोट के जरिए कन्याकुमारी से श्रीलंका भाग जाने का था।