कर्नाटक CID ने गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ दर्ज पॉक्सो मामले में चार्जशीट दायर की। येदियुरप्पा सहित चार आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और IPC के प्रावधानों के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चार्जशीट करीब 750 पन्नों की है और इसमें 75 लोगों को गवाह बनाया गया है।
इससे पहले 17 जून को CID ने नाबालिग लड़की से यौन शोषण मामले में येदियुरप्पा से पूछताछ की थी। येदियुरप्पा ने तब कहा था कि कुछ लोग कन्फ्यूजन फैलाना चाहते हैं। मैं किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहता। सबको सबकुछ पता ही है। इस साजिश के पीछे जो भी है, उसे जनता सबक सिखाएगी।
दरअसल, येदियुरप्पा के खिलाफ 13 जून को गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट बेंगलुरु की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने जारी किया था। हालांकि, कर्नाटक हाईकोर्ट ने 14 जून को गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने कहा था कि येदियुरप्पा को CID के सामने पेश होना होगा।
कर्नाटक हाईकोर्ट ने अरेस्ट वारंट जारी करने को लेकर भी आपत्ति जताई थी। कोर्ट ने कहा था कि येदियुरप्पा पूर्व CM हैं। वे केस में सहयोग कर रहे हैं। उनकी उम्र और मामले की जांच में उनके व्यवहार को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जानी थी।
यौन शोषण केस के बारे में 7 पॉइंट में समझिए
2 फरवरी 2024 को एक महिला 17 साल की बेटी के साथ येदियुरप्पा के डॉलर्स कॉलोनी स्थित घर रेप केस में मदद मांगने गई थी। आरोप है कि वहां लड़की से छेड़छाड़ हुई।
14 मार्च को नाबालिग की मां की शिकायत के आधार पर बेंगलुरु के सदाशिवनगर पुलिस स्टेशन में येदियुरप्पा के खिलाफ POCSO और 354 (A) के तहत मामला दर्ज किया गया।
महिला ने कहा था कि जब उसने येदियुरप्पा से छेड़छाड़ के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वे जांच कर रहे थे कि लड़की के साथ रेप हुआ है या नहीं।
FIR के मुताबिक, महिला ने बताया कि येदियुरप्पा ने माफी मांगी और मामले के बारे में किसी और न बताने का कहा था।
FIR दर्ज करवाने वाली महिला (पीड़ित की मां) की 26 मई को मौत हो गई थी। वह लंग कैंसर की मरीज थीं। अब बेटा
केस लड़ रहा है। कर्नाटक DIG ने मामले को CID को सौंप दिया था।
मामला को लेकर येदियुरप्पा के ऑफिस ने कुछ दस्तावेज जारी किए थे। इनमें बताया गया कि FIR करने वाली महिला अब तक अलग-अलग लोगों पर 53 केस कर चुकी है।
मामले में 2 फरवरी का 16 मिनट का एक वीडियो सबसे अहम पहलू है, जिसे मौत से पहले महिला ने पुलिस को सौंपा था। इसमें महिला-येदियुरप्पा की बातचीत और पुलिस कमिश्नर से फोन पर हुई बातचीत सुनाई दे रही है।
येदि बोले- मैंने मदद के लिए कमिश्नर को कहा था, वह मेरे खिलाफ ही बोलने लगी
येदियुरप्पा ने यौन उत्पीड़न के आरोपों को गलत बताते हुए कहा था- कुछ दिन पहले एक महिला मेरे घर आई थी वह रोते हुए कह रही थी कि कुछ समस्या है। मैंने उससे पूछा कि मामला क्या है और मैंने खुद पुलिस को फोन किया, कमिश्नर को मामले की जानकारी दी और उनसे उसकी मदद करने को कहा। बाद में महिला मेरे खिलाफ बोलने लगी।
येदि ने बताया- मैंने ही यह मामला पुलिस कमिश्नर तक पहुंचाया है। कल पुलिस ने मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज की। देखते हैं आगे क्या होता है। मैं ये नहीं कह सकता इसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद है। मैंने पीड़ित की पैसों से मदद की थी। FIR का समय संदिग्ध है, क्योंकि ये चुनाव से ठीक पहले हुई है।
चार बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं बीएस येदियुरप्पा
बीएस येदियुरप्पा ने 2007 में सात दिनों के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। इसके बाद वे 2008 को
फिर CM बने थे। मई 2018 में तीन दिनों के लिए फिर मुख्यमंत्री का पद संभाला था। इसके बाद जुलाई 2019 से जुलाई 2021 तक चौथी बार कर्नाटक के CM रहे थे। हफ्तों चले ड्रामे और अनिश्चितता के बाद उन्होंने 2021 में इस्तीफा दे दिया था।