तमिलनाडु के सुलूर में आज से भारतीय वायुसेना की एयर एक्सरसाइज तरंग शक्ति शुरू हो रही है। इसमें दुनिया भारत समेत दुनिया की 10 सबसे ताकतवर एयरफोर्स शामिल हो रही हैं। भारत इसमें स्वदेशी लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन करेगा। इनमें तेजस, राफेल, मिराज, जगुआर और मिग 29 शामिल हैं।
तरंग शक्ति में शामिल होने वाले बाकी देशों में अमेरिका, फ्रांस, यूके, ऑस्ट्रेलिया, जापान, UAE, हंगरी, जर्मनी, स्पेन, साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश का नाम है।
यह पहला मौका होगा, जब जर्मन एयरफोर्स भारतीय वायुसेना के साथ मिलकर युद्ध अभ्यास करेगी। हालांकि बांग्लादेश में हाल ही में हुए तख्तापलट के कारण उसकी वायुसेना के आने पर संशय है।
बांग्लादेश में एक दिन पहले हुआ तख्तापलट, सेना ने कमान संभाली
बांग्लादेश के वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान ने दो महीने पहले ही पद संभाला है। हालांकि बांग्लादेश अभी तक पीछे नहीं हटा है। बांग्लादेश में पीएम शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़कर जाने के बाद से राजनीतिक संकट हो गया है। देश की कमान फिलहाल सेना के हाथ में है। हमें इंतजार करना होगा, क्योंकि अब प्राथमिकताएं अलग हैं।
2 फेज में होगी तरंग शक्ति एयर एक्सरसाइज
तरंग शक्ति में करीब 30 देश हिस्सा लेंगे। यह एक्सरसाइज 2 फेज में होगी। पहला फेज 14 अगस्त तक चलेगा। पहले फेज में फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और यूनाइटेड किंगडम की वायु सेनाएं अपने लड़ाकू विमान लेकर आएंगी।
दूसरा फेज, 29 अगस्त से 14 सितंबर तक राजस्थान के जोधपुर में होगा। इसमें ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ग्रीस, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका समेत 6 देश शामिल होंगे।
इस एक्सरसाइज का मकसद भारत की रक्षा क्षमताओं का प्रदर्शन करना और युद्ध अभ्यास में शामिल हो रही सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाना है।
एयर एक्सरसाइज में कॉम्बेट ड्रिल के साथ ग्राउंड प्रैक्टिस होगी
बीते कई सालों से भारत लगातार एक साथ कई देशों के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास कर रहा हैं। थलसेना के हाल ही में महाजन फायरिंग रेंज में तीनों के युद्धाभ्यास हो चुके हैं। वहीं जोधपुर में भारत व फ्रांस की एयरफोर्स के बीच गरूड़ युद्धाभ्यास के दो वर्जन हो चुके हैं।
इसके अलावा ओमान के साथ ईस्टर्न ब्रिज एक्सरसाइज भी जोधपुर में हो चुकी हैं। इस वाॅरगेम में सभी देशों के पायलट, इंजीनियर्स और ग्राउंड स्टाफ अपनी दक्षता और युद्ध के तरीकों को साझा करेंगे।
जैसे हवा में मॉक ड्रिल होगी, जिसमें 10 देशों की एयरफोर्स को अलग-अलग टारगेट दिए जाएंगे। इसी तरह मेंटेनेंस की प्रैक्टिस भी ग्राउंड स्टाफ करेगा।
फ्रांस 3 राफेल, एक MRTT और 160 जवानों के साथ शामिल होगा
फ्रांसीसी दूतावास के मुताबिक फ्रांस की वायुसेना की टुकड़े तीन राफेल, एक मल्टीरोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (MRTT) विमान और एक A400M शामिल होंगे। साथ ही 160 जवान भी आएंगे। फ्रांसीसी दल की भागीदारी इंडो-पैसिफिक रीजन में उनके 2 महीने लंबे मिशन का हिस्सा है, जो जून के आखिर में फ्रांस में शुरू हुआ था, और 15 अगस्त को पूरा होगा।