टोक्यो: जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने चांद की सतह पर अपना अंतरिक्ष यान लैंड कराया है। जापान के इस अंतरिक्ष यान को मून स्नाइपर नाम दिया गया है। इस सफल लैंडिंग के साथ ही अमेरिका, पूर्व सोवियत यूनियन, चीन और भारत के बाद जापान पांचवां देश है जो चांद की सतह पर पहुंचा है। जापान का स्नाइपर चंद्रमा पर उतर गया है लेकिन कंट्रोल रूम अभी भी लैंडर से संपर्क का इंतजार कर रहा है। जापान की अंतरिक्ष एजेंसी मिशन की अपनी लाइव स्ट्रीम को भी बंद कर दिया है।जापानी एजेंसी ने कहा है कि उनका स्नाइपर चांद उतर चुका है लेकिन यह अभी भी अस्पष्ट है कि यह किस स्थिति में है। हम अभी भी चंद्रमा पर एसएलआईएम की स्थिति की पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं। स्थिति साफ ना होने के बावजूद,इसकी लैंडिंग ने जापान को चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला दुनिया का पांचवां देश बना दिया है।
सितंबर में किया था स्नाइपर को रवाना
जापान की स्पेस एजेंसी JAXA ने 7 सितंबर, 2023 को अपने स्नाइपर को चांद के लिए रवाना किया था। 4 महीने से ज्यादा की यात्रा के बाद यह मून स्नाइपर ने स्लिम मिशन के तहत चांद पर लैंडिंग की है। ये स्नापर 25 दिसंबर को चांद की ऑर्बिट में पहुंचा था। तब से ये चांद की सतह की तरफ बढ़ रहा था। जापान की स्पेस एजेंसी के मुताबिक जापान के मून मिशन स्नापर का टारगेट चांद के शिओली क्रेटर की जांच करना है। ये चांद के सी ऑफ नेक्टर हिस्से में है। इससे हिस्से में स्नाइपर ये जांच करेगा की चांद कैसे बना था। यहां मिनरल्स की जांच कर चांद के ढांचे और उसके अंदरूनी हिस्सों के बारे में जानकारी हासिल करेगा।
जापान की स्पेस एजेंसी इससे पहले दो बार छोटे क्षुद्रग्रहों पर लैंडिंग में कामयाब रही थी लेकिन इस बार उसे चांद पर उतरने में कामयाबी मिली है। जापान ने पिछले साल भी चांद पर लैंडर भेजा था लेकिन वह सफल नहीं हो सका था। इसे नवंबर में लैंड होना था लेकिन जापान का अपने मून लैंडर से संपर्क टूट गया था। इसके बाद हाकूतो-आर मिशन लैंडर को चांद पर भेजा गया लेकिन यह भी चांद पर जाकर क्रैश हो गया था।