नई दिल्ली । अक्टूबर महीने जहां देश का निर्यात बढ़ा वहीं व्यापार घाटा भी काफी बड़ गया है। निर्यात 43 प्रतिशत बढ़कर 35.65 अरब डॉलर पर पहुंच गया। जारी आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में व्यापार घाटा भी बढ़कर 19.73 अरब डॉलर हो गया। निर्यात और आयात के अंतर को व्यापार घाटा कहते हैं। समीक्षाधीन महीने में आयात 62.51 प्रतिशत के उछाल के साथ 55.37 अरब डॉलर रहा।
अक्टूबर में पेट्रोलियम, कॉफी, इंजीनियरिंग सामान, सूती धागे, रत्न एवं आभूषण, रसायन, प्लास्टिक और समुद्री उत्पाद के निर्यात में बढ़ोतरी हुई। चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह में देश का निर्यात पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 55.13 प्रतिशत बढ़कर 233.54 अरब डॉलर रहा है। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान आयात भी 78.16 प्रतिशत बढ़कर 331.39 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस तरह वित्त वर्ष के पहले सात माह में व्यापार घाटा 97.85 अरब डॉलर रहा है।
अक्टूबर में कच्चे तेल का आयात बढ़कर 14.43 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो अक्टूबर, 2020 में छह अरब डॉलर था। अप्रैल-अक्टूबर में तेल आयात 87.42 अरब डॉलर रहा। समीक्षाधीन महीने में सोने का आयात 5.1 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल के समान महीने में 2.5 अरब डॉलर रहा था। वहीं इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात अक्टूबर में 51 प्रतिशत बढ़कर 9.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
अक्टूबर में कुल निर्यात में इंजीनियरिंग उत्पादों का हिस्सा 28.19 प्रतिशत रहा। इस दौरान पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 5.33 अरब डॉलर पर पहुंच गया। निर्यातकों के संगठन फियो ने कहा कि अक्टूबर के आंकड़ों से पता चलता है कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति सुधर रही है और विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे ऑर्डर मिल रहे हैं। सितंबर में व्यापार घाटा 22.59 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था।