भोपाल । डेंगू के मरीजों का आंकड़ा जिले में इस साल 700 के पार पहुंच गया है। वहीं राजधानी के चार फीसदी घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया है। राहत की बात यह है कि अब हर दिन दो-तीन मरीज ही मिल रहे हैं। हफ्ते भर पहले तक रोज पांच या इससे ज्यादा मरीज मिल रहे थे। हर दिन करीब 25 सैंपलों की जांच की जा रही है। सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में छह सौ मरीज मिल चुके हैं।
इसी तरह से इस साल चिकनगुनिया के मरीजों का आंकड़ा 130 तक पहुंच गया है। अभी हर दिन करीब चार फीसद घरों में डेंगू का लारवा मिल रहा है। इसका मतलब यह कि पहले के मुकाबले शहर में डेंगू का संक्रमण कम हुआ है। सितंबर, अक्टूबर में 10 फीसद घरों में डेंगू का लारवा मिल रहा था जो खतरनाक स्थिति की ओर संकेत देता है। सीएमएचओ डॉ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि दिसंबर में ठंड और ज्यादा बढ़ने के बाद मच्छर कम होने से डेंगू के मरीज ना के बराबर हो जायेंगे।
उन्होंने बताया कि लारवा सर्वे का काम मरीज कम होने के बाद भी लगातार चलता रहेगा। पिछले साल भी ऐसा ही किया गया था यही वजह है कि डेंगू नियंत्रण में रहा।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि डेंगू की रोकथाम के लिए जो गतिविधियां की गई हैं उसी का फायदा है कि डेंगू का लारवा बहुत कम घरों में मिल रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी अखिलेश दुबे ने बताया कि हर दिन 1300 से ज्यादा घरों में लारवा सर्वे किया जा रहा है। इनमें 50 से 60 घरों में लारवा मिल रहा है।
अभी शहर में 44 टीमें लारवा सर्वे कर रही हैं। सबसे ज्यादा मरीज इस साल लालघाटी, विजय नगर क्षेत्र में मिले हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा मरीज साकेत नगर में मिले हैं। जेके रोड स्थित निजामुद्दीन कॉलोनी में भी मरीजों की संख्या ज्यादा रही है।