नई दिल्ली । पाकिस्तान आतंकवाद का पनाहगार है। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी शुक्रवार को इस सच को कबूल लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान की गलत नीतियों के कारण पाकिस्तान में आतंकवाद फिर से सिर उठा रहा है। आपको बता दें कि लाहौर के अनारकली इलाके में एक विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस घटना के बाद विपक्ष लगातार इमरान सरकार पर हमलावर है।
नवंबर 2019 से लगातार लंदन में बैठ पीएमएल-एन नेता ने ट्वीट कर कहा, "मैं लाहौर विस्फोट की निंदा करता हूं और घायलों के ठीक होने की प्रार्थना करता हूं। प्रधानमंत्री इमरान खान की गलत नीतियों के कारण आतंकवाद ने फिर से देश में अपना सिर उठा लिया है। पाकिस्तान के विपक्षी सीनेटरों ने गुरुवार को लाहौर में विस्फोट सहित देश में हालिया आतंकवादी घटनाओं पर शुक्रवार को आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद से स्पष्टीकरण मांगा है। रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार के सत्र के दौरान विपक्ष ने सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी से लाहौर विस्फोट और इस्लामाबाद में गोलीबारी के दौरान एक पुलिसकर्मी की मौत के मद्देनजर देश की कानून व्यवस्था की स्थिति पर नियमित कार्यवाही स्थगित करने और बहस करने का आग्रह किया।
इससे पहले गुरुवार को पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने इमरान खान सरकार पर निशाना साधते हुए विस्फोट की निंदा की थी। मरियम ने ट्वीट किया, "आज लाहर में हुए एक बम विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। अंदाजा लगाइए कि इमरान खान अपने प्रचार प्रकोष्ठ की बैठक में किस बारे में बात कर रहे हैं? शरीफ़! आगे क्या है? त्रासदी के लिए पीड़ितों को दोषी ठहरा रहे होंगे।
टीटीपी द्वारा हमलों में निरंतर वृद्धि इमरान खान सरकार की नीति की एक बड़ी विफलता को साबित करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि देश में चरमपंथ को प्रोत्साहित किया गया है। विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान ने जानबूझकर अफ़ग़ान तालिबान और टीटीपी के बीच संबंध का आकलन करने से इनकार किया है। पाकिस्तान इस बात का भी अंदाजा लगाने में फेल रहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी वापसी की स्थिति में क्या हो सकता है।