लुधियाना । वीवीआईपी की सुरक्षा को लेकर सतर्कता के बाद भी पंजाब में पीएम मोदी के बाद अब राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। राहुल कांग्रेस के सीएम फेस का ऐलान करने लुधियाना आए थे। हलवारा से लुधियाना जाते समय एक युवक ने उन पर हमले की कोशिश की। हलवारा से लुधियाना के हयात रिजेंसी जाने के क्रम में जब उनकी कार हर्शिला रिजोर्ट के पास पहुंची तो राहुल कार का शीशा खोल अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। इस बीच एक युवक ने कार की ओर झंडा फेंका जो उनके मुंह पर लगा, लेकिन उन्हें कोई चोट नहीं आई।
इसके बाद राहुल ने शीशा बंद कर लिया। घटना के समय कार वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ चला रहे थे, जबकि चरणजीत चन्नी और सिद्धू उनके पीछे बैठे थे। घटना के बाद सुरक्षा में तैनात तमाम अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। बताया जाता है कि झंडा फेंकने वाला युवक नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) का कार्यकर्ता था और उसने जोश में आकर झंडा ही राहुल की ओर फेंक दिया। वह जम्मू-कश्मीर का रहने वाला बताया जा रहा है। उधर, थाना दाखा की पुलिस से संपर्क करने पर उनका कहना था कि उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है।
राजनीति भी अजीब चीज होती है। पल-पल में कई रंग दिखाती है। पिछले कुछ समय से लगातार कांग्रेस के सीएम चेहरे को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच रविवार को होर्डिंग्स भी बदलते चले गए। रैली स्थल हार्षिला रिजोर्ट के पास हाईवे पर दोनों ओर चरणजीत सिंह चन्नी के बड़ी संख्या में होर्डिंग्स लगे हुए थे। रैली शुरू होने से कुछ समय पहले राहुल गांधी और नवजोत सिंह सिद्धू के विशाल होर्डिंग्स लग गए। कुछ समय पहले तक होर्डिंग्स देख जो चन्नी का नाम तय होना मान रहे थे, वह अचानक सिद्धू के होर्डिंग्स लगने से पसोपेश में आ गए। उन्हें लगा कि लंबी मीटिंग में कहीं फिर सिद्धू का नाम तय तो नहीं होगा। हालांकि उसके बाद चन्नी समर्थक भी उसी तरह के होर्डिंग्स लेकर आ गए, लेकिन उन्होंने पहले होर्डिंग्स नहीं लगाए और उन्हें सड़क के पास रख लिए। जैसे ही चन्नी के नाम की घोषणा हुई तो चन्नी के बड़े होर्डिंग्स लगा दिए गए।
राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक, जांच शुरू-
राहुल गांधी की सुरक्षा में उस समय सेंध लगती दिखाई दी, जब कांग्रेसी वर्करों की तरफ से किए जा रहे स्वागत देख राहुल गांधी ने गाड़ी धीरे करवा कर गाड़ी का शीशा नीचे किया तो एक पार्टी का झंडा राहुल गांधी के चेहरे पर लगा। सुरक्षा में हुई लापरवाही को पुलिस प्रशासन ने गंभीरता के साथ लेते हुए झंडा गाड़ी अंदर फेंकने वाले व्यक्ति को काबू कर उसके बयान लिए जिससे सारा मामला सामने सके। गाड़ी में राहुल गांधी, सीएम चन्नी और नवजोत सिद्धू थे। थाना दाखा की पुलिस की तरफ से गई जांच में इंस्पेक्टर गुरविंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि कांग्रेसी नेता अकशित शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसी वर्कर स्वागत करने के लिए आए थे और फूलों के साथ स्वागत कर रहे थे। अचानक झंडा राहुल गांधी के मुंह पर लगा, वह नियाम खान निवासी जम्मू जो कि एनएसयूआई का राष्ट्रीय प्रवक्ता है, की तरफ से फेंका गया था पर उन्होंने सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगाई बल्कि यह व्यक्ति कांग्रेसी नेता है और अपने महबूब नेता का स्वागत करने आया था, अचानक झंडा उनके हाथों छूट गया, जो गाड़ी अंदर गिर गया।