भोपाल । शहर के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक के बीच जमकर लात-घूंसे चले। शिक्षक ने प्रधानाध्यापक की जमकर पिटाई कर दी। मामले की शिकायत स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास पहुंची।
मामले में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने सहायक संचालक कनक प्रसाद के नेतृत्व में दो प्राचार्यों की जांच समिति गठित कर दी। मामले में डीईओ ने तत्काल शिक्षक को प्रधनाध्यापक के साथ दुर्व्यवहार करने पर शासकीय उमावि स्टेशन कन्या स्कूल में अटैच कर दिया। दरअसल, शासकीय माध्यमिक स्कूल कोकता के प्रधानाध्यापक मुन्ना लाल वर्मा और प्राथमिक शिक्षक के बीच गुरुवार को विवाद हो गया।
कोविड गाइडलाइन का पालन करने के लिए प्रधानाध्यापक ने कक्षाओं में बेंच-डेस्क सही तरीके से दूर-दूर करने के निर्देश दिए, लेकिन शिक्षक अनसुना कर गए। दोनों के बीच बहस छिड़ गई। इसके बाद शिक्षक ने प्रधानाध्यापक की जमकर पिटाई कर दी।
प्रधानाध्यापक ने शुक्रवार को इसकी शिकायत लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी और संकुल प्राचार्य को आवेदन देकर की। मामले का वीडियो और फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद डीईओ नितिन सक्सेना ने दोनों पक्षों को सुना और तत्काल कार्यवाही करते हुए शिक्षक को उस स्कूल से हटाया। मामले में जांच समिति गठित की गई है।
समिति की रिपोर्ट आने के बाद शिक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही भी हो सकती है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि प्रधानाध्यापक और शिक्षक के बीच करीब छह माह से अधिक समय से विवाद चल रहा था। गुरुवार को विवाद काफी बढ़ गया। इस कारण दोनों में मारपीट की स्थिति बन गई। पीड़ित प्रधानाध्यापक मुन्ना लाल वर्मा ने बताया कि प्राथमिक शिक्षक बलराम दुबे छह माह से अपनी मनमानी कर रहे थे।
स्कूल में कभी भी समय से उपस्थित नहीं होते थे। कभी वे मेरे निर्देश को गंभीरता से नहीं लेते थे। इस कारण कहा-सुनी हो गई और वे मेरे साथ दुर्व्यवहार करने लगे। इन्हें अपने स्कूल से दूसरी जगह भेजने के लिए विभागीय अधिकारियों को आवेदन दिया है। इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी, भोपाल नितिन सक्सेना का कहना है कि मामले की शिकायत मिलने पर सबसे पहले शिक्षक को दूसरे स्कूल में भेजा गया है। जांच समिति गठित की गई है। जांच रिपोर्ट आने पर कार्यवाही की जाएगी।