होशंगाबाद । भामसं. से संम्बध नपा कर्म. मजदूर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष महेश वर्मा ने विग्यप्ति जारी करते हुये बताया हैं कि वर्ष 2015 से वर्ष 2019 तक नगरपालिका में जो भ्रष्टाचार आर्थिक घोटाले हुये हैं वो सर्वविदित हैं क्योंकि समय से पहले परिषद का कार्यकाल समाप्त होने पर भी राजनैतिक पार्टियों ने इस घटना से कोई सबक न लेकर दोषियों को प्रदेश स्तर पर पद देकर सम्मानित करके भ्रष्टाचार को दबाने की ताकत दी हैं।
मजदूर संघ के पास ऐसे तथ्य व सबूत हैं जिसमे तत्कालीन नगरपालिका पार्षद, अध्यक्ष और कर्मचारी अधिकारी की मिलीभगत से अपने परिवार के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजनाओं का लाभ लिया गया हैं जोकि जांच का विषय हैं। राजनैतिक दबाब में पीएम आवास योजना भ्रष्टाचार मामले में तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष, पार्षद एवं दोषी अधिकारी कर्मचारियों को बचाया जा रहा है।
दबाब के कारण स्थगन आदेश के बाद भी नगरपालिका सीएमओ पुन: पदस्थ नहीं किया जा रहा है। जबकि पीएम आवास योजना घोटाले का खुलासा सीएमओ की देखरेख में हुई जांच में हुआ है। इस बात का भी खुलासा हुआ है कि योजना में ढाई लाख रूपये की जगह 3 से साढे 3 लाख रूपये तक ज्यादा हितग्राहियों के खातों में डाले गये।
क्या कारण हैं कि नगरपालिका के इतिहास में पहली बार पदस्थ महिला सीएमओ जो नेशनल अवार्ड लेकर आई हैं जिससे पूरे देश में होशंगाबाद का होशंगाबाद का नाम रोशन हुआ है। ऐसा क्या हुआ कि अवार्ड लाने के साथ ही उनके स्थानांतरण के आदेश भी आ गये और आनन फानन में रिलीव कर दिया गया।
फिलहाल पूरा मामला सुर्खियों में है जिन लोगों ने योजना का लाभ गलत तरीके से लिया है और जिन लोगें के माध्यम से इनके खातों में राशि डाली गई है। ऐसे किसी भी दोषी पर अब तक आपराधिक मामला दर्ज क्यों नही कराया गया जबकि यह अमानत में खयानत का मामला है।