नई दिल्ली । कृषि कानूनों को लेकर भाजपा के उत्तरप्रदेश के पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी ने किसानों के समर्थन में एक वीडियो ट्वीट कर लिखा है ‘जब तक एमएसपी की वैधानिक गारंटी नहीं होगी, ऐसे ही मंडियों में किसानों का शोषण होता रहेगा। इस पर सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए'। वीडियों में कहते हुए दिख रहे हैं 'आपने देखा है कि मोहम्मदी में किसान ने खुद अपनी धान की फसल में आग लगा ली। पीलीभीत में भी ऐसा हुआ है। 17 जिलों में ऐसा हो चुका है कि किसान खुद अपनी धान में आग लगा रहा है। यह पूरे उत्तरप्रदेश के लिए बहुत ही शर्म का विषय पूरे राष्ट्र में बन चुका है। आप इस समय अच्छे से जानते हैं कि किसान कितने कष्ट में हैं। किसान प्राकृतिक आपदा का शिकार हुए हैं। बाढ़ और बारिश से परेशानी हुई है। लेकिन हर चीज में झूठा कारण ढूंढ़कर किसानों को परेशान किया जा रहा है।'
वरुण गांधी कहते हैं 'कभी नमी तो कभी कालापन का बहाना बताकर उसके धान को आप रिजेक्ट कर देते हैं, फिर बिचौलियों के पास भेज देते हैं। किसान धान को बिचौलियों को 1100-1200 रुपये में बेचते हैं और वही आपके पास आकर 1940 रुपये में बेच रहे हैं। आप क्यों बददुआ लेना चाहते हैं, वह तो ऐसे ही टूटे हुए हैं।' उन्होंने कहा कि अब मेरा प्रतिनिधि हर एक क्रय केंद्र पर रहेगा और निगरानी करेगा। अगर किसी तरीके का भ्रष्टाचार, ढिलाई या किसी तरीके की क्रूरता किसानों के साथ मिलती है तो मैं सरकार के सामने हाथ-पांव नहीं जोड़ूंगा, सीधे कोर्ट जाऊंगा और सभी को गिरफ्तार कराऊंगा।
शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे वरुण गांधी पीलीभीत में मंडी समिति में निरीक्षण करने गये थे और वहां उन्होंने प्रदेश सरकार की व्यवस्था पर तीखा प्रहार किया। वहीं इस मामले में प्रभारी आरएमओ या किसी भी अधिकारी ने टिप्पणी करने से इंकार किया है। वरुण गांधी ने आरोप लगाया कि किसान अव्यवस्थाओं के कारण बिचौलियों से अपने अनाज बेचने के लिए मजबूर हो रहा है।