चूनाभट्टी थाना पुलिस के अनुसार 19 वर्षीय पलक सोंधिया अपने ताऊ-ताई के साथ रहती थी। ताऊ आनंद सोंधिया चार इमली में काम करता है, जबकि उसकी ताई ममता सोंधिया बंगलों में खाना बनाने का काम करती है। उनके भी दो बच्चें हैं, जिसमें बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है।
घर का सारा काम करवाते थे ताऊ-ताई
दोनों पति-पत्नी सुबह से काम पर जाते थे और घर का पूरा काम करने का दबाव पलक पर डालते थे। पलक स्कूल जाती थी और घर पर होमवर्क करती थी। ऐसे में कई बार वह जब घर के काम नहीं कर पाती थी, तो दोनों उसे मारते थे। यह प्रताड़ना वे युवती को बीते दो सालों से दे रहे थे, जिससे परेशान होकर उसने खुदकुशी की थी।
5 साल की उम्र में छोड़कर चले गए थे माता-पिता
एएसआई सुनील गुर्जर ने बताया कि पलक की मां गीता सोंधिया करीब 14 साल पहले दूसरी शादी करके उत्तर प्रदेश भाग गई थी। जबकि पिता उमेश सोंधिया ने भी कुछ दिनों बाद जबलपुर की एक महिला से शादी कर ली थी। उसका एक भाई भी था, जिसकी 2012 में एक हादसे में मौत हो गई थी।
इसके बाद से ही पलक अपने ताऊ-ताई के पास रहती थी। पुलिस जांच में छात्रा की सहेलियों और पड़ोसियों ने बताया कि पहले दोनों पलक को अच्छे से रखते थे। लेकिन बीते दो सालों से उनका व्यवहार बदल गया था। वे उस पर काम का बेहद दबाव बनाते थे। इससे वह काफी परेशान रहा करती थी।